जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। अयोध्या में राम जन्मभूमि न्यास द्वारा भूमि खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद विपक्ष हमलावार नजर आ रहा है। कांग्रेस से लेकर सपा तक अब इस मामले में सरकार से कई सवाल पूछ रहे हैं।
रविवार को सपा और आम आदमी पार्टी ने कागजातों के साथ आरोप लगाया कि जिस जमीन को दो करोड़ में बेचा गया उसी जमीन को दस मिनट बाद 18 करोड़ में राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने खरीद लिया।
अब इस मामले में विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष, अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के प्रमुख डॉ. प्रवीण भाई तोगडिय़ां ने चंपत राय पर निशाना साधा है।
उन्होंने इस पूरे घोटाले के आरोप को बहुत दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। डॉ. प्रवीण भाई तोगडिय़ा यही नहीं रूके उन्होंने यहा तक कहा कि आरोप किसी चंपत राय पर नहीं है, बल्कि हजारों साल से चले आ रहे हिंदुओं के आंदोलन की ईमानदारी पर सवाल खड़ा कर रहा है।
उन्होंने यहां तक कहा कि आरोप के बाद जो सफाई दी गई उससे सहमत होना काफी मुश्किल नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि कई तकनीकी सवाल खड़े हो रहे हैं और कुल मिलाकर यह विश्वास पर काफी बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है।
डॉ. प्रवीण तोगडिय़ा ने कहा कि वो खुद भी इस आंदोलन से जुड़े रहे हैं उनकी भी गिलहरी की तरह भूमिका है। उन्होंने पुराने दिनों की याद करते हुए बताया कि जब वह विहिप के अध्यक्ष थे तो दिल्ली के आरके पुरम स्थित कार्यालय में खुद के और किसी कमरे में एसी तक नहीं लगने दिया था।
क्योंकि विश्व हिन्दू परिषद जन मानस के सहयोग से चलता था। उन्होंने कहा कि वह 32 साल तक जिस संस्था से जुड़े रहे और 22 साल तक जिसका नेतृत्व किया, उस पर यह सवाल असहनीय है।
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