न्यूज डेस्क
आरबीआई द्वारा गुरुवार को यस बैंक पर पाबंदी लगाए जाने के बाद इसके जमाकर्ताओं को एटीएम से पैसे निकालने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। महाराष्ट्र और राजस्थान सहित देश के विभिन्न हिस्सों में लोग आधी रात को एटीएम के बाहर नजर आए। लंबी कतारों में खड़े जमाकर्ताओं को कहीं मशीनें बंद पड़ी मिलीं तो कहीं एटीएम में कैश नहीं था। यस बैंक के ग्राहकों की मुसीबत और बढ़ गई जब उन्हें इंटरनेट बैंकिंग सिस्टम के जरिये ट्रांजैक्शन करने में भी असुविधा झेलनी पड़ी।
गौरतलब है कि आरबीआई ने बैंक के निदेशक मंडल को भंग करते हुए प्रशासक नियुक्त कर दिया है। केंद्रीय बैंक ने अगले आदेश तक बैंक के ग्राहकों के लिए निकासी की सीमा 50,000 रुपये तय कर दी है। इसके बाद से ही यस बैंक के ग्राहकों में घबराहट का माहौल है और वे एटीएम के चक्कर काट रहे हैं।
इस बीच यश बैंक की समस्या को सुलझाने के लिए आरबीआई और सरकार प्लान बना रही है। ऐसा माना जा रहा है कि सरकार ने यस बैंक को बचाने की योजना को मंजूरी दे दी है जिसके तहत इसे एसबीआई के नेतृत्व वाले सरकारी बैंकों या वित्तीय संस्थाओं को सौंपा जा सकता है।
हालांकि यस बैंक ने अभी ऐसी किसी योजना की जानकारी से इंकार किया है। यस बैंक ने स्टॉक एक्सचेंजों को बताया है, ‘बैंक को भारतीय रिजर्व बैंक या किसी सरकरी एजेंसी से अभी ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है। हमें ऐसे किसी निर्णय की जानकारी नहीं है।’
दूसरी ओर दक्षिण मुंबई के होरनिमान सर्कल में एटीएम के शटर गिरे हुए थे। वहां गार्ड ने बताया कि ड्यूटी पर आने से पहले से ही मशीन काम नहीं कर रही है और उसे 10 बजे के बाद शटर गिराने को कहा गया था। उपनगरीय चेम्बुर के रिहायशी इलाके में एक एटीएम से कैश निकल रहा था लेकिन वहां लंबी कतार लगी हुई थी। एक महिला ने बताया कि नजदीक में एक और मशीन है लेकिन आरबीआई की घोषणा के कुछ देर बाद ही उसमें कैश खत्म हो गया।
लोगों में घबराहट के साथ गुस्सा भी है। कई लोग के सैलरी एकाउंट यस बैंक में है, एटीएम बंद हो जाने से ग्राहकों को बहुत परेशानी हो रही है। एटीएम के बाहर मौजूद लोगों ने बताया, ‘हमें इसकी जानकारी नहीं दी गई। पैसा निकालना चाहते थेलेकिन एटीएम में पैसे नहीं है। हम मुश्किल में हैं, होली आ रही है।’
फाइनेंस मिनिस्ट्री के सूत्रों ने बताया कि एसबीआई, यस बैंक को बेल आउट करने को तैयार है। उसके बाद आरबीआई और सरकार की तरफ से यस बैंक को लेकर यह फैसला तब आया। अब यस बैंक का नेतृत्व अगले महीने आरबीआई द्वारा नियुक्त प्रशांत कुमार करेंगे, जो कि एसबीआई के पूर्व चीफ फाइनेंस ऑफिसर रहे हैं।
बैंक से जुड़े मामलों के जानकार संतोष श्रीवास्तव की माने तो ग्राहकों को अफवाहों से बचना चाहिए। यश बैंक दिवालिया नहीं हुआ है। आरबीआई ने सिर्फ अस्थाई रोक लगाई है, जो कुछ दिनों बाद हट जाएगी। RBI के आदेश के मुताबिक निकासी पर रोक 5 मार्च से 3 अप्रैल तक लागू रहेगी
बता दें कि इससे पहले करीब छह माह पहले रिजर्व बैंक ने बड़ा घोटाला सामने आने के बाद पीएमसी बैंक के मामले में भी इसी तरह का कदम उठाया था। यस बैंक काफी समय से डूबे कर्ज की समस्या से जूझ रहा है। इसके अलावा केंद्र सरकार की तरफ से घाटे में जूझ रही यस बैंक का नियंत्रण भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में वित्तीय संस्थानों के एक समूह के हाथ में देने की तैयारी की जा रही है।