स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लखनऊ के उभरते निशानेबाज संस्कार हवेलिया ने इंटरनेशनल लेवल पर तहलका मचाते हुए द हेग (नीदरलैंड) में हुई यूरोपियन ग्रां पी सीरीज के अंतर्गत हुई इंटरशूट 20-20 निशानेबाजी चैंपियनशिप में हिस्सा लेते हुए 10 मी.राइफल स्पर्धा में एक स्वर्ण, एक रजत व एक कांस्य पदक जीता।
निशानेबाजी की दुनिया में जाना माना चेहरा व सूबे का नाम लगातार रोशन कर रहे संस्कार हवेलिया की सफलता में रोचक बात ये है कि उन्होंने यह कारनामा किराए की राइफल से किया है।
अपने पिता की उम्मीदों को पंख देने में लगे हुए इस प्रतिभाशाली युवक ने किराए की राइफल से ही शूटिंग गेम का अभ्यास शुरू किया था।
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आलम तो यह रहा है कि कई बार उसे अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा जब उसे कई बार किराए की राइफल भी नहीं मिली। मजबूरी के कारण इस खिलाड़ी को कई बार राइफल मांगकर निशानेबाजी करनी पड़ी।
उन्होंने हाल ही में राइफल का लाइसेंस (भारतीय निशानेबाजी संघ के नियमों के अनुसार) लेने की अर्हता भी हासिल कर ली है।
बात अगर निशानेबाजी चैंपियनशिप की करे तो गत 5 से नौ फरवरी तक द हेग (नीदरलैंड) हुई इस चैंपियनशिप में संस्कार ने 10 मी.राइफल स्पर्धा के ग्रुप वन (डे वन) में स्वर्ण, ग्रुप टू (डे टू) में रजत व ग्रुप थ्री (डे थ्री) में कांस्य पदक जीता। संस्कार ने 10 मी.राइफल स्पर्धा में टीम वर्ग का गोल्ड भी जीता।
हाालंकि राइफल व कारतूस किराए या दूसरे से उधार लेने के चलते उनका अभ्यास व प्रदर्शन भी प्रभावित होता हैं। संस्कार ने कहा कि उनके पास अपनी खुद की राइफल हो तो वह और बेहतर प्रदर्शन कर सकते है।
संस्कार ने भोपाल में गत वर्ष दिसम्बर में हुई 63वीं नेशनल (राइफल एवं पिस्टल) शूटिंग चैंपियनशिप में टीम स्पर्धा में 50 मीटर प्रोन पोजीशन (.22 राइफल) व 50 मीटर प्रोन पोजीशन (.22 राइफल) में स्वर्ण पदक जीतते हुए रिनाउंड शाॅट की पदवी भी हासिल की।
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उसी के बाद उन्होंने राइफल का लाइसेंस (भारतीय निशानेबाजी संघ के नियमों के अनुसार) लेने की अर्हता भी हासिल कर ली थी। उसके बाद गत जनवरी में केरल में हुए भारतीय टीम के प्रथम व द्वितीय ट्रायल में दम दिखाते हुए जूनियर .22 स्माल बोर में दूसरी रैंकिंग व सीनियर में छठीं रैंकिंग हासिल की।
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फरीदाबाद की मानव रचना यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन कर रहे 18 वर्षीय संस्कार दिल्ली की डा.कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में अभ्यास करते है। संस्कार ने बताया कि द हेग में हुआ यह टूर्नामेंट यूरोपियन ग्रांपी निशानेबाजी चैंपियनशिप के पांच टूर्नामेंटों की सीरीज का हिस्सा है। इन सभी टूर्नामेंट के स्वर्ण व रजत पदक विजेता बेल्जियम में इस साल नवम्बर में होने वाले एरोशूट सुपर ग्रैंड फाइनल में भी हिस्सा लेंगे।