जुबिली स्पेशल डेस्क
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर रार देखने को मिल रही है। जेपीसी की बैठक को लेकर विपक्ष ने बैठक का बहिष्कार किया गया है। इतना ही नहीं वपक्षी नेताओं ने बैठक को बीच में ही छोडक़र सरकार की मुश्किलें जरूर बढ़ा दी है।
विपक्षी नेताओं के अनुसार अध्यक्ष ने 29 नवंबर को जेपीसी की वक्फ (संशोधन) रिपोर्ट का मसौदा पेश करने का ऐलान किया था लेकिन अब सभी विपक्षी दलों ने बहिष्कार कर दिया है।
इस बीच विपक्षी नेताओं ने जेपीसी की अवधि बढ़ाने के लिए अनुरोध किया है। आलम तो ये रहा कि आप नेता संजय सिंह ने तो भाजपा को भारतीय झगड़ा पार्टी तक कह दिया।
राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने कहा इस देश में केवल एक पार्टी का राज है उसका नाम है भारतीय झगड़ पार्टी। यह पार्टी देश में झगड़ा कराना चाहती है। इस पार्टी ने संभल में दंगा कराया और यह दंगा हिन्दू मुस्लिम का नहीं था। यह दंगा इसी पार्टी ने कराया था।
आप सांसद और जेपीसी सदस्य संजय सिंह ने कहा कि “जब तक पूरी रिपोर्ट तैयार ना हो जाए, सभी पक्षों की बात नहीं सुनी जाती और जेपीसी का दौरा पूरा नहीं हो जाता, मुझे लगता है कि उससे पहले मसौदा रिपोर्ट पेश करना गलत है। स्पीकर ने हमें आश्वासन दिया था कि वह जेपीसी का समय बढ़ा देंगे।
इन सब बातों को दरकिनार करते हुए आप कह रहे हैं कि मसौदा रिपोर्ट पेश करने के लिए तैयार है. आपने दिल्ली सरकार, जम्मू-कश्मीर सरकार, पंजाब सरकार, यूपी सरकार की बात नहीं सुनी। ”
बता कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने लोकसभा में वक़्फ़ (संशोधन) विधेयक, 2024 का विरोध करते हुए कहा था, “यह विधेयक संविधान पर एक मौलिक हमला है। इस विधेयक के माध्यम से वे यह प्रावधान कर रहे हैं कि ग़ैर-मुस्लिम भी वक़्फ़ गवर्निंग काउंसिल के सदस्य होंगे। ”