जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। महाराष्ट्र का सियासी ड्रामा अब अपने आखिरी मुकाम पर पहुंचता नजर आ रहा है लेकिन उद्धव ठाकरे इतनी आसानी से हार नहीं मान वाले हैं। इस वजह से उनकी कोशिश जारी है जबकि बागी हो चुके एकनाथ शिंदे लगातार मुश्किल बड़ा रहे है ।
जहां एक ओर सरकार बचाने के लिए पूरी शिवसेना ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है तो दूसरी ओर बगावती गुट लगातार सरकार को गिराने की फिराक में है। दोनों तरफ से संख्या बल को लेकर अलग-अलग दावा किया जा रहा है लेकिन ये सच है कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार जो रही हैै वो किसी वक्त गिर सकती है। वहीं दोनों तरफ से आरोपों का दौर शुरू हो गया है।
अब शिवसेना नेता संजय राउत ने एक बार फिर बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा है कि महाराष्ट्र में जो कुछ हो रहा है उसके पीछे बीजेपी का हाथ है। अब ये लड़ाई कानूनी तौर पर लड़ी जाएगी। संख्या बल कागज पर ज्यादा हो सकता है। सरकार कब बनेगी, बनेगी भी या नहीं पता नहीं। आंकड़ा कभी स्थिर नहीं रहता। राउत ने आगे कहा कि, शरद पवार को भी धमकियां दी जा रही हैं। केंद्रीय मंत्री धमकी दे रहा है।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता नारायण राणे के बयान पर संजय राउत ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए एक ट्वीट करते हुए कहा कि महा विकास आघाड़ी सरकार बचाने की कोशिश की तो शरद पवार इनको घर नहीं जाने देंगे।
महाविकास आघाडीचे सरकार वाचवण्याचा प्रयत्न केला तर शरद पवार यांना घरी जाऊ देणार नाही .रस्त्यात अडवू.अशी धमकी भाजपचा एक केंद्रीय मंत्री देतो.ही भाजपची अधिकृत भूमिका असेल तर तसे जाहीर करा. सरकार टिकेल किंवा जाईल..पण शरद पवार यांच्या बाबत अशी भाषा महाराष्ट्राला मान्य नाहीं@PMOIndia pic.twitter.com/YU1Pc39vCb
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 24, 2022
रास्ते में रोकेंगे ऐसी धमकी बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री देते हैं।यह भाजपा की अधिकृत भूमिका है, सरकार टिकेगी या जाएगी… लेकिन शरद पवार को लेकर इस तरह की भाषा महाराष्ट्र को स्वीकार्य नहीं।
वहीं राजनीतिक घमासान के बीच एकनाथ शिंदे ने दावा है कि उनके पास 37 विधायक का समर्थन प्राप्त है तो दूसरी ओर शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने बताया, हमने डिप्टी स्पीकर (महाराष्ट्र विधानसभा) के समक्ष याचिका दायर की है और मांग की है कि 12 विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी जानी चाहिए क्योंकि वे कल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे।