जुबिली स्पेशल डेस्क
महाराष्ट्र में असली शिवसेना कौन है? इसको लेकर बीते डेढ़ साल घमासान देखने को मिल रहा है लेकिन बुधवार को विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर का फैसला आ गया है।
दरअसल स्पीकर ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई मोहलत के आखिरी दिन अपना फैसला सुनाया है। स्पीकर के फैसले से एकनाथ शिंदे को न सिर्फ राहत मिली बल्कि उनकी सीएम की कुर्सी बच गई। राहुल नार्वेकर ने एकनाथ शिंदे गुट को राहत देते हुए घोषणा की कि असली शिवसेना उनकी है और उद्धव ठाकरे गुट द्वारा नियमों को ताक पर रखकर विधायकों को सस्पेंड किया गया था।
इतना ही नहीं 16 विधायकों पर जो अयोग्यता का मामला भी खत्म हो गया है। इस फैसले से शिंदे गुट के समर्थकों ने राहत की सांस ली है और अब 16 विधायकों पर जो अयोग्यता की तलवार लटक रही थी, वह अब हट गई है जबकि उद्धव ठाकरे को स्पीकर ने बड़ा झटका दिया है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना खत्म नहीं होगी। शिंदे की शिवसेना असली शिवसेना नहीं हो सकती. पीएम आ रहे हैं और सीएम दावोस जा रहे हैं। फैसले से पहले कैसे आया ये फैसला? ये सब सेटिंग थी। मैं बस सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध करता हूं कि वह तथ्य सामने लाए और कानूनी फैसला ले। यह स्पष्ट मामला है जहां लोकतंत्र की हत्या की गई है।
स्पीकर ने साफ कर दिया है कि किसी को पार्टी कैसे बदलनी चाहिए। अब शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने गुरुवार (11 जनवरी) को कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बीजेपी के गुलाम हैं। शिंदे के बेटे भी सांसद हैं, क्या उनको यहां परिवारवाद नहीं दिखता है।
संजय राउत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लोकतंत्र को श्रद्धांजलि भी दी है। एक ट्वीट में उन्होंने बताया है कि महाराष्ट्र में लोकतंत्र के खत्म होने से पूरा राज्य दुखी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘भावपूर्ण श्रद्धांजलि- लोकतंत्र (1950 – 2023). शोकाकुल-महाराष्ट्र.’ एक अन्य ट्वीट में राउत ने शायराना अंदाज में तंज कसते हुए लिखा, ‘चश्मदीद अंधा बना, बहरा सुने दलील, झूठों का है दबदबा, सच्चा हुआ जलील…जय महाराष्ट्र!’