न्यूज़ डेस्क
महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी की रार थमने का नाम नहीं ले रही है। सीएम पद के फैसले को लेकर अडिग शिवसेना किसी ओर शर्त पर मानने को तैयार नहीं है। इस बीच एक बार फिर शिवसेना के वरिष्ठ नेता और सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत ने देवेन्द्र फडणवीस पर तीखा प्रहार किया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम के 13 दिन बीत जाने के बाद संजय ने कहा कि शिवसेना को देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री के तौर पर किसी भी हाल में स्वीकार नहीं हैं। हां अगर वो चाहे तो कल ही डिप्टी सीएम बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग काफी समय से विरोध का सामना कर रहे है इस बीच हमे खत्म करने की बात किसी न नहीं की। ये लोग शिवसेना को खत्म करना चाहते है।
उन्होंने कहा कि ये लोग अपने विरोधियों सहित मित्रों को भी खत्म करना है। खुद की ही पार्टी में चुनौती दे रहे नेताओं को खत्म करना है। राउत ने कहा कि अहंकारी का अहंकार खत्म करने का यह सही समय है।
एक अख़बार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे के दौरान बीजेपी ने हमें कम सीटें दीं। इनमे से 25 सीटों पर जीतने की संभावना काफी कम थी। इसके साथ ही 32 सीटों पर बीजेपी के बागियों ने ही हमें हराया। ये कैसा गठबंधन हुआ। हो सकता है कि अपनी बात भूल गए हों लेकिन हमें याद है, हमें बराबरी चाहिए।
पवार के बिना सूबे की राजनीति की कल्पना ही नहीं
वहीं, महाराष्ट्र की राजनीति में शरद पवार को एक महत्वपूर्ण फैक्टर बताते हुए संजय राउत ने कहा कि उनके साथ बैठक क्यों नहीं होनी चाहिए। उनके कितने विधायक हैं यह बात नहीं है। बात यह है कि पवार के बिना सूबे की राजनीति की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। राज्य में राष्ट्रपति शासन की जगह पर विपरीत विचारों की पार्टियों को भी साथ में लाया जा सकता है।
बुलाई विधायक दल की बैठक
इस बीच शिवसेना ने आज यानी गुरुवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है। कहा जा रहा है कि विधायकों को लालच दिया जा रहा है। वहीं खबर है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मुलाकात करेंगे। इसके अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने राजभवन जाएंगे।