जुबिली स्पेशल डेस्क
बीते कुछ दिनों से कांग्रेस के बगैर एक फ्रंट तैयार करने की बात हो रही है। दरअसल इसी साल मई माह में पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों में टीएमसी की प्रचंड जीत के बाद, ममता लगातार राष्ट्रीय स्तर पर एक एक मजबूत विकल्प की वकालत कर रही हैं।
पश्चिम बंगाल में तीसरी बार टीएमसी को जीत दिलाकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपना राजनीतिक कद बढ़ा लिया है। इसके अलावा एक नई बहस को भी जन्म दे दिया है कि क्या 2024 के लोकसभा चुनाव में ममता विपक्ष की अगुवाई कर सकती हैं। इसको लेकर ममता भले ही कुछ भी दावा करे लेकिन शिवसेना ने साफ कर दिया है मौजूदा दौर में बिना कांग्रेस के विपक्ष का कोई भी फ्रंट बनना संभव नहीं।
शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को राहुल गांधी से मुलाकात कर इसको लेकर एक बयान जारी किया है। संजय राउत ने कहा कि विपक्ष का अगर कोई एक फ्रंट बनता है तो कांग्रेस के बिना संभव नहीं है।
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उन्होंने राहुल गांधी के आवास पर मुलाकात कर मौजूदा राजनीतिक हालात पर खुलकर बात की है। उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि राहुल गांधी बहुत जल्द मुंबई का दौरा कर सकते हैं।
संजय राउत ने इस दौरान विपक्षी मोर्चे को लेकर खुलकर कहा है कि विपक्षी मोर्चे का चेहरा विषय हो सकता है, लेकिन विपक्ष का केवल एक मोर्चा होना चाहिए। कांग्रेस के बिना विपक्ष का मोर्चा संभव नहीं है।
इससे पहले सामना’ के जरिए शिवसेना ने ममता पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस को दूर रखकर राजनीति करना मौजूदा सरकार को बल देने जैसा होगा। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में एक लेख में लिखा है। कांग्रेस को राष्ट्रीय राजनीति से दूर रखना, फासिस्ट ताकतों की मदद करने जैसा ही है।