जुबिली स्पेशल डेस्क
2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में भाजपा का मुकाबला करने के लिए तीसरे मोर्चा बनाने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। दरअसल एक दिन पहले ही तेलंगाना के मुख्यमंत्री केचंद्रशेखर राव ने रविवार को महाराष्ट्र सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात से एक बार फिर से तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है।
अब इस पूरे मामले पर शिव सेना सांसद संजय राउत का बयान भी सामने आ रहा है। संजय राउत ने सोमवार को साफ कर दिया है कि कांग्रेस के बिना कोई राजनीतिक मोर्चा नहीं बनाएंगे।
हालांकि उन्होंने साथ में यह भी कहा कि इस तीसरे मोर्चे का नेतृत्व केसीआर करेंगे। उन्होंने कहा कि शिव सेना पहली पार्टी थी जिसने कांग्रेस को साथ में लेकर चलने की बात कही थी।
संजय राउत ने कहा, कि हमने कभी नहीं कहा कि कांग्रेस के बिना राजनीतिक मोर्चा बनेगा। जिस समय ममता बनर्जी ने राजनीतिक मोर्चे का सुझाव दिया था, उस समय शिवसेना पहली राजनीतिक पार्टी थी जिसने कांग्रेस को साथ ले जाने की बात कही थी। केसीआर में सबको साथ लेकर नेतृत्व करने की क्षमता है।
We never said that a political front will be formed without Congress. At the time when Mamata Banerjee had suggested a political front,ShivSena was the first political party that talked about taking Congress along. KCR has the ability to lead by taking everyone along: Sanjay Raut pic.twitter.com/nNGxb1VtVu
— ANI (@ANI) February 21, 2022
वहीं तीसरे मोर्चा के गठन को लेकर कांग्रेस ने अपनी राय रखी है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने इसे लेकर कहा कि वे तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के प्रयासों का स्वागत करती है, लेकिन क्षेत्रीय दलों की इस तरह की पहल कांग्रेस पार्टी के बिना सफल नहीं हो सकती। साथ ही इसके नेतृत्व को लेकर उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है।
बता दें कि इससे पहले ममता बनर्जी भी तीसरे मोर्चा के गठन की कवायत लगी रही है। बंगाल में जीत के बाद से ममता लगातार देश के अन्य राज्यों में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिशों में जुटी हुई है। हालांकि उन्होंने कई मौकों पर कांग्रेस से किनारा किया है।