जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण होने वाला है। ऐसे में राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
बीजेपी से लेकर कांग्रेस लगातार जनता के बीच जा रही है। इस दौरान सियासी दलों के बीच में लगातार जुबानी जंग देखने को मिल रही है।
जनता की अदालत में अपनी अपनी जीत का दवा राजनीतिक दल जरूर कर रहे हैं।
उधर उत्तर प्रदेश में सियासी घमासान को देखने को मिल रहा है। सपा लगातार भाजपा पर निशाना साध रही है। वहीं यूपी के गाजीपुर लोकसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अफजाल अंसारी लगातार अपनी जीत के लिए मेहनत कर रहे हैं और जनता के बीच जा रहे हैं।
उनकी बेटी भी एक्टिव हो गई है और अपने पिता की जीत के लिए जनता के बीच जा रही हैं।
उनकी बेटी महिला टोला को साथ में लेकर क्षेत्र में जनसंपर्क भी कर रही हैं। इस बीच वह शिव मंदिर भी गई थीं। इसका वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। माना जा रहा है कि जल्द इस पर मुस्लिम धर्म के द्वारा फतवा भी जारी किया जा सकता है। उनका सनातनी अवतार देखकर कुछ लोगों ने इसकी आलोचना भी करनी शुरू कर दी है।
इस पूरे मामले पर अफजाल अंसारी ने भी चुप्पी थोड़ी है।
अफजाल अंसारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आप हमारे साथ चलिए हम 1000 जगहों के मंदिर और मठ दिखला देंगे। हम कोई इमाम साहब नहीं है बल्कि जनप्रतिनिधि है और जनता की अदालत में है।
अफजाल ने आगे कहा कि ‘आप कट्टरपंथी हो सकते हैं लेकिन हम नहीं है। जो समाज में व्यक्ति होता है उसका कैरेक्टर चने की तरह होना चाहिए। जिसे जिस रूप में चाहे उस रूप में उसका प्रयोग कर सकें। चने को भिगा भी लिया जा सकता है और भूना भी जा सकता है, दाल भी बनाई जा सकती है और पीसकर भी खाया जा सकता है। यानी कि जिसको जैसी जरूरत है वह उसी रूप में चने का प्रयोग कर सकता है. कुछ ऐसा ही समाज सेवक और जनप्रतिनिधि को होना चाहिए। ’
कुल मिलाकर अफजाल अंसारी भले इस मामले में सफाई दे दी हो लेकिन मुस्लिम समाज के वो निशाने पर आ सकती हैं और उनकी बेटी के खिलाफ अगर फतवा जारी हो जाए तो इसमें भी हैरानी नहीं हो सकती। अब देखना होगा पूरे मामले पर धर्म गुरुओं की क्या प्रतिक्रिया आती है।