जुबिली न्यूज डेस्क
संभल में मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है, जिस पर सपा सांसद का बयान आया है. उन्होंने आरोप लगाया कि संभल में हिंसा हुई उसे शासन के इशारे पर पुलिस ने अंजाम दिया है. जिस दिन ये हिंसा हुई उस दिन मैं सँभल तो दूर प्रदेश में ही मौजूद नहीं थी और मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि मुझे अफसोस है कि आजाद मुल्क में शासन के इशारे पर पुलिस ने जो घटना संभल में अंजाम दी है उसने मानवता को झकझौर कर रख दिया है. इससे देश की छवि ख़राब करने का काम किया गया है. ‘प्लेसस और वरशिप एक्ट’ का मजाक बनाया गया, याचिका दायर की गई और दिन के दिन डीएम वहां सर्वे करने पहुँच गए बिना समन्वय समिति बनाए.
सपा सांसद ने कहा कि पहले दिन हम भी मौजूद थे. हमने शांति से सर्वे कराया उस दिन कमेटी चली गई. जुम्मे के दिन हमारे लोगों को नमाज से रोका गया. हमने माहौल बनाया और नमाज पढ़वाई फिर भी सुकून रहा. कल की जो घटना है मैं संभल की तो बात अलग है मैं प्रदेश में भी मौजूद नहीं था. मैं बंगलुरू गया हुआ था. लेकिन, मुझ पर भी मुकदमा दर्ज कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि ये सुनियोजित साजिश है सही कहा लेकिन, ये साजिश पुलिस और प्रशासन की है. जब जनता को पता नहीं कि पुलिस कब सर्वे करने आ रही है तो जनता क्या साजिश करेगी? इन्होंने साजिश के तहत सरकारी असले के साथ प्राइवेट असलहों से फायरिंग की है. हमारे पांच लोगों की हत्या की गई है. बहुत लोग घायल हैं. झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है और अब उनके साथ अत्याचार किया जाएगा. इन अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो और उन्हें जेल भेजा जाना जाए.
जियाउर्रहमान ने कहा कि उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में लोकसभा स्पीकर मुलाकात की और मांग की है कि मेरे खिलाफ झूठा मुकदमा लिखा गया है और जो फर्जी मुकदमे लिखे गए हैं मासूम लोगों की हत्या की गई उसका संज्ञान लिया जाए. आरोपी अधिकारियों को जेल भेजा जाना चाहिए.