स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सियासत में शिवपाल यादव कोई नया नाम नहीं है। सपा से किनारा कर यूपी में अपनी अलग पहचान बनाने के लिए शिवपाल यादव लगातार मेहनत कर रहे हैं। हालांकि उनकी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) लोकसभा चुनाव में अपना खाता भी नहीं खोल सकी। हालांकि इस दौरान उन्होंने सपा का वोट बैंक को अपनी ओर खींचने की पूरी कोशिश की थी। इतना ही नहीं उनकी पार्टी ने सपा को भारी नुकसान पहुंचाया था।
लोकसभा चुनाव में हार के बाद शिवपाल यादव का सियासी भविष्य भी खतरे में पड़ गया था लेकिन इसके बाद से ही शिवपाल यादव लगातार मेहनत कर रहे हैं लेकिन उनको यह भी पता है अकेले वो कुछ भी नहीं कर सकते हैं। इस वजह से उनको सपा के साथ राजनीतिक समझौता करना पड़ सकता है।
इसी को ध्यान में रखकर शिवपाल यादव बार-बार सपा के साथ गठबंधन करने की बात कह रहे हैं। उन्होंने होली के अवसर पर एक बार फिर कुछ इसी तरह का बयान दिया है। होली के दिन सैफई में पूरा परिवार एक साथ था। जानकारी के मुताबिक शिवपाल ने होली के दिन अखिलेश को आशीर्वाद दिया और साथ कहा मुख्यमंत्री बनने के लिए उनका पूरा साथ देंगे।
हालांकि शिवपाल यादव चाहते हैं कि उनके लोगों को पूरा सम्मान दिया जाये। हालांकि वो अब भी सपा के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार है। दूसरी ओर सपा की तरफ इस बारे में कोई बयान नहीं आया है।
उन्होंने पुरानी बातों को याद करते हुए कहा कि साल 2012 में सपा की सरकार बनाने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की थी। ऐसे में शिवपाल यादव और अखिलेश यादव की मुलाकात से 2022 के नए राजनीतिक समीकरण बनते नजर आ रहे हैं।