न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उपजा पोस्टर विवाद धीरे-धीरे गर्माता जा रहा है। अब इस मामले में राजनीति शुरू हो गई है। इसकी शुरुआत करते हुए समाजवादी पार्टी के नेता व प्रवक्ता आईपी सिंह ने अब राजधानी लखनऊ की सड़कों पर होर्डिंग्स लगा दी है। इन होर्डिंग्स में सपा नेता उन बीजेपी नेताओं की तस्वीर लगाई है जो बलात्कार के आरोपी हैं।
इस बात की जानकारी सपा नेता ने ट्वीट करके दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि जब प्रदर्शनकारियों की कोई निजता नहीं है और उच्चन्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी प्रदेश सरकार होर्डिंग नहीं हटा रही है तो ये लीजिए फिर। लोहिया चौराहे पर मैंने भी कुछ कोर्ट द्वारा नामित अपराधियों का पोस्टर जनहित में जारी कर दिया है। इनसे बेटियां सावधान रहें।
जब प्रदर्शनकारियों की कोई निजता नहीं है और उच्चन्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी योगी सरकार होर्डिंग नहीं हटा रही है तो ये लीजिए फिर। लोहिया चौराहे पर मैंने भी कुछ कोर्ट द्वारा नामित अपराधियों का पोस्टर जनहित में जारी कर दिया है, इनसे बेटियाँ सावधान रहें। pic.twitter.com/9AqGBxMoJR
— I.P. Singh (@IPSinghSp) March 12, 2020
उधर, इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ यूपी सरकार आज सुप्रीम कोर्ट में अपील करेगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लखनऊ में लगे 57 उपद्रवियों के पोस्टर हटाने के लिए आदेश दिया था। लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। प्रदेश सरकार को इस मामले में 16 मार्च तक इलाहाबाद हाईकोर्ट में जवाब देना है।
बता दें लखनऊ में बीते 19 दिसंबर 2019 को सीएए प्रदर्शन के दौरान भयानक हिंसा भड़क गई थी इसके बाद प्रदेश सरकार ने कारवाई करते हुए 57 उपद्रवियों को चिन्हित किये थे जिनकी तस्वीर कई चौराहे पर लगी हैं। मामले में एक करोड़ 55 लाख की वसूली आदेश हुआ है।