न्यूज डेस्क
सीएए का विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के पक्ष में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने देवरिया में कहा कि अगर समाजवादी पार्टी की सरकार सत्ता में वापसी करती है तो वह सीएए का विरोध कर रहे लोगों को पेंशन देंगे। यही नहीं उन्होंने कहा कि जो लोग सीएए के विरोध में मारे गये हैं या फिर जेल में बंद हैं उनके परिजनों को मुआवजा भी दिया जाएगा।
सपा नेता ने कहा कि सरकार, सीएए, एनपीआर और एनआरसी को संविधान और लोकतंत्र के नाम पर दाग मानती है। ये कानून नागरिक अधिकारों को छिनने वाले हैं। सपा इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगी। इसके खिलाफ सपा का सत्याग्रह तब तक चलता रहेगा जब तक बीजेपी इसे वापस नहीं ले लेती।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा की जो भी बांग्लादेशी यहां रह रहे हैं उन्हें कदापि नहीं निकाला जाना चाहिए। इसके बाद उन्होंने 19 दिसंबर को हुए विरोध प्रदर्शन को बढ़ावा देने में बीजेपी का हाथ था। समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में शांतिपूर्वक तरीके से धरना देने के लिए दिया गया और कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन दिया गया। लेकिन बीजेपी ने इसे बढ़वा दिया।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार विपक्ष के सवालों के जवाब देने में पूरी तरह से नाकामयाब है। इसलिए बीजेपी जो भी सत्र बुलाती है, उसमें पहले ही बोरिया-बिस्तर समेटकर भाग जाती है। पिछली बार जब अनुपूरक बजट आया था तो चार दिन का सत्र था लेकिन 19 को ही सत्र खत्म कर दिया गया और केवल तीन दिन ही सत्र चला।