स्पेशल डेस्क
लखनऊ। देश में खेलों को नया कलेवर देने के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण ने देश में 24 नेशनल सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस (एनसीओई) बनाए है। इनमें सें सरोजनीनगर स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण क्षेत्रीय केंद्र में खुला एनसीओई में पांच खेलों वेटलिफ्टिंग, कुश्ती, हाॅकी, ताइक्वांडो व एथलेटिक्स के निखार की जिम्मेदारी मिली है।
यह जानकारी देते हुए क्षेत्रीय निदेशक संजय सारस्वत ने बताया कि सेंटर की रेजिडेंट स्कीम में हास्टल की क्षमता को 93 से बढ़ाकर 168 कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सेंटर में 300 बेड की क्षमता वाला एक नया हास्टल भी बनाया जा रहा है ताकि भारतीय टीम के कैंप व में एनसीओई के ट्रेनीज को कोई दिक्कत न हो। अब साई की कम एंड प्ले स्कीम में प्रशिक्षण लेने वालों को सालाना पंजीकरण शुल्क ही देना होगा।
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उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार खेलों को बढ़ावा देने का जोरों पर प्रयास कर रहा है और फिट इंडिया मूवमेंट को बढ़ावा देने के साथ देश को खेलों की महाशक्ति बनाने के लिए भी काफी काम कर रहे है। आगामी 2024 व 2028 ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए भी सरकार ग्रास रूट लेवल पर काम कर रही हैं।
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उन्होंने कहा कि इसके तहत देश भर में कुल 24 एनसीओई खोले गए है। इनमें कई रीजनल सेंटर स्कीम को भी बदला गया है और इस स्कीम में नेशनल कैंप की तरह की सुविधा लंबे विकास के लिए दी जाएगी।
इसी के साथ अब साई सेंटर के हास्टल में रहने वाले खिलाड़ी पास ही के स्कूल में पढ़ाई करेंगे। इससे पहले खिलाड़ी पैतृक निवास स्थान में पढ़ाई करते थे।
उन्होंने कहा कि एनसीओई में स्पोर्ट्स मेडिसिन, फिजियोलाजी, बायोनिक्स मूवमेंट व एंथ्रोमूवमेंट ग्रोथ की भी परख होगी ताकि फिजिक के अनुरूप ही खेल का चुनाव किया जा सके। हम स्पोर्ट्स जियोथेरेपी सेंटर के माध्यम से खिलाड़ियो के रिहैबिलेशन में भी मदद करेंगे।
इसी के साथ साई ने कम एंड प्ले स्कीम में भी बदलाव किया है।
इसी के साथ साई ने कम एंड प्ले स्कीम में भी बदलाव किया है।
इसमें बच्चे पहले मासिक शुल्क देकर ट्रेनिंग करते थे तथा साई के ही विशेषज्ञ कोच रेगुलर वर्क के बाद उन्हें ट्रेनिंग देते थे। अब ऐसे बच्चों को साल में एक बार 100 रूपए का पंजीकरण शुल्क देना होगा। अगर ऐसे बच्चे अच्छा प्रदर्शन करते है तो उन्हें चरणबद्ध तरीके से एनसीओई में जगह मिलेगी। इसके साथ टैलेंट तलाशने और साई की स्कीम के प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया की भी जोर-शोर से सहारा लिया जा रहा है।
उन्होंने ये भी कहा कि जल्द ही सेंटर में एक काउंसिलिंग सेंटर भी खुलेगा जहां खेल में भविष्य तलाशने वाले बच्चों व उनके माता-पिता की जिज्ञासा शांत करते हुए उपयुक्त खेल के चुनाव में उनकी मदद की जाए। कोशिश की जाएगी कि इसके लिए हेल्पलाइन के लिए एक दूरभाष नंबर भी जारी किया जाए। इस अवसर पर क्षेत्रीय केंद्र के उपनिदेशक पीवी पटेल के साथ साई बैडमिंटन कोच देवेंद्र कौशल, सुधीर सिंह, वुशू कोच विजेंद्र सिंह, हाॅकी कोच राशिद अजीज व अन्य भी मौजूद थे।
एनसीओई
कुश्तीः 30 बालिका
भारोत्तोलन: 15 बालिका
एथलेटिक्स: 20 बालक व 20 बालिका
हाॅकी: 24 बालक व 24 बालिका
ताइक्वांडो: 20 बालक व 15 बालिका
https://www.youtube.com/watch?v=GakyNJRrjSk&feature=emb_title