जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में 30 जून को हुए बवाल के आरोपित सईद अहमद को फेसबुक पर फोटो डालना भारी पड़ गया। पुलिस ने उसकी लोकेशन की तलाश करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस उससे पूछताछ करने में जुटी हुई है जबकि सईद ने खुद को बेकुसूर बताया है।
झारखंड में माॅबलिंचिंग के विरोध में मेरठ में 30 जून को मुस्लिमों ने बिना अनुमति सभा आयोजित करके जुलूस निकाले थे। पुलिस के रोकने पर कई स्थानों पर मुस्लिमों ने जमकर बवाल किया था। इस बवाल का आरोपित माहीगीर अमन सेवा समिति का अध्यक्ष सईद अहमद तभी से फरार चल रहा था।
हालांकि एक अगस्त को उसने सोशल मीडिया पर मैसेज देकर कहा कि वह 30 जून को शहर में मौजूद नहीं था। उसे इस मामले में झूठा फंसाया जा रहा है। एसएसपी अजय साहनी ने पुलिस टीमों को उसकी तलाश में लगाया हुआ था। उस पर छह थाना क्षेत्रों में 11 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस की दबिश के बाद सईद शहर छोड़कर भाग गया। वह पहले शिमला भाग गया।
शिमला में घूमने के दौरान की फोटो उसने फेसबुक पर डाल दी तो पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस करने में लग गई। शिमला के बाद सईद नेपाल भाग गया। मामला ठंडा पड़ने के बाद वह मेरठ लौट आया।
बुधवार की देर रात जैसे ही सईद मछेरान स्थित अपने घर पहुंचा तो सदर बाजार पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि फैज-ए-आम इंटर काॅलेज और भूसा मंडी में भीड़ जुटाने में सईद सबसे आगे था।
उसने सेवा समिति के नाम पर भीड़ जोड़ी हुई थी और इसके बल पर वह पुलिस पर दबाव बना लेता था। सईद पर सदर बाजार में पांच, रेलवे रोड में दो, देहलीगेट, कोतवाली, सिविल लाइन, नौचंदी में एक-एक मुकदमा दर्ज हैं। उससे पूछताछ की जा रही है।