पॉलिटिकल डेस्क।
मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा को कांग्रेस के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है। साध्वी प्रज्ञा के सहारे बीजेपी ने एक बार फिर से अपने हिंदुत्व के मुद्दे की धार को पैना करने की कोशिश की है।
वहीं बीजेपी से टिकट मिलने के बाद से ही साध्वी प्रज्ञा भी जबर्दस्त उत्साह में हैं और लगातार विवादित बयान दे रही हैं। साध्वी के बाबरी विध्वंस को लेकर दिए गए विवादित बयान पर चुनाव आयोग ने 72 घंटे के लिए उनके चुनाव प्रचार पर बैन लगा दिया। लेकिन साध्वी ने बैन के बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह मंदिर पॉलिटिक्स शुरू कर दी।
शुक्रवार को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने ताबड़तोड़ 6 मंदिरों में जाकर भगवान के दर्शन किये और आशीर्वाद लिया। सुबह साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सबसे पहले बजरिया के जैन मंदिर पहुंची। यहां उन्होंने मन्दिर में दर्शन किया और जैन समाज के लोगों से मुलाकात की।
इसके बाद साध्वी बजरिया के ही हनुमान मंदिर गईं। यहां साध्वी ने जमकर ढोलक बजाया। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने यहां भक्तों संग झाल-मंजीरे और ढोलक की थाप पर भजन भी गाये। इससे पहले साध्वी गुरुवार को भी मंदिर में दर्शन करने पहुंची थी।
गौरतलब है कि इससे पहले निर्वाचन आयोग से योगी आदित्यनाथ पर भी 72 घंटे का प्रतिबंध लगाया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंदिर में हनुमान चालीसा पढ़ने पहुंच गए। सीएम योगी लखनऊ स्थित हनुमान सेतु पर बजरंग बली के मंदिर पहुंचे और उन्होंने पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की और हनुमान चालीसा का पाठ किया।
इतना ही नहीं योगी आदित्यनाथ बैन के दौरान ही अयोध्या में राम लला के दर्शन करने भी पहुंचे। अयोध्या में वे सुतहटी के उस दलित परिवार के घर पहुंचे जिसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री ने लाभार्थी महावीर के घर में भोजन भी किया था।