न्यूज़ डेस्क।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बैंको से कर्ज लेकर पैसों का घोटाला करने वालों में एक और घोटालेबाज का पर्दाफाश किया है। ईडी ने अब तक के सबसे बड़े घोटाले के बारे में जानकारी देते हुए शनिवार को एक रिपोर्ट पेश की है।
इस रिपोर्ट में बताया गया कि गुजरात की फार्मा कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक (एसबीएल) के प्रमोटर नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा ने भारतीय बैंकों से 14,500 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। बता दें कि एसबीएल के प्रमोटर संदेसरा बंधु पहले ही विदेश भाग चुके हैं।
बता दें कि विजय माल्या का स्टेट बैंक घोटाला,नीरव मोदी और मेहूल चोकसी का पीएनबी घोटाला के बाद संदेसरा बंधुओं का घोटाला सबसे बड़ा घोटाला साबित होने जा रहा है।
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विजय माल्या पर बैकों द्वारा लिए गए कर्ज का घोटाला 9000 करोड़ रुपये का, नीरव और मेहूल का पीएनबी घोटाला 11,400 करोड़ रुपए का और अब इन सबसे अधिक संदेसरा बंधुओं की 14500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी सामने आई है।
एक जांच अधिकारी ने कहा कि एसबीएल ग्रुप भारतीय बैंकों से रुपये के साथ-साथ विदेशी मुद्रा में भी लोन लिए थे। ग्रुप को आंध्र बैंक, यूको बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), इलाहाबाद बैंक और बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) की अगुवाई वाले बैंकों के कंसोर्शियम ने लोन पास किया।
व्यवसाय के लिए लिया कर्ज
सीबीआई ने अक्टूबर 2017 में एसबीएल और उसके प्रमोटरों के खिलाफ 5 हजार 383 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले का केस दर्ज किया था। इसके बाद ईडी ने भी छानबीन कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जिसमें पता चला कि संदेसरा ग्रुप ने भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं से 9 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया था।
इस ग्रुप की कई कंपनियां विदेशों में भी स्थित है। ईडी द्वारा पेश किए गए रिपोर्ट में कहा गया है कि संदेसरा ग्रुप ने बैंको से लिए गए पैसों का गलत इस्तेमाल किया है। इस ग्रुप ने उद्देश्य से इतर किसी दूसरे कामों में पैसों को निवेश किया। उसपर निजी तौर पर खुद के ऊपर पैसे खर्च करने का आरोप भी लगाया गया है।