जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जंग और तेज हो गई। रूस पीछे हटने को तैयार नहीं है जबकि यूक्रेन अपनी जमीन को छोडऩा नहीं चाहता है। इसका नतीजा यह रहा कि दोनों के बीच अब तक कोई सुलह या फिर समझौता नहीं हो सका है।
दोनों देशों के बीच जंग को अब आठ दिन होने जा रहे हैं। उधर रूस की बमबारी और तेज हो गई है। रूस के इस खौफनाक कदम से दुनिया कई देश उससे खफा नजर आ रहा है।
हालांकि कुछ देश ऐसे है जो न तो रूस की तरफ और न ही यूक्रेन की तरफ लेकिन रूस के साथ चार ऐसे देश है जो उसका कदम-कदम पर साथ दे रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की महासभा में रूस-यूक्रेन जंग पर को बैठक हुई है।
इसमें रूसी सेना को वापस बुलाने का प्रस्ताव पेश किया गया है। जिसके समर्थन में 100 से ज्यादा देश थे लेकिन चार ऐसे देश थे जो रूस के साथ खड़े नजर आए। अगर सरल शब्दों में कहा जाये तो ये चार देश रूस के खासमखास है।
यह भी पढ़ें : बेलारूस के राजदूत दावा-भारतीय छात्रों को पीटा गया, वापस यूक्रेन भेजा गया
यह भी पढ़ें : यूपी चुनाव : 57 सीटों पर मतदान जारी, योगी का दावा- हम 80 से अधिक सीटें…
यह भी पढ़ें : यूक्रेन संकट : कच्चे तेल कीमत 110 डॉलर प्रति बैरल के पार
रूस के अलावा बेलारूस, इरीट्रिया, उत्तर कोरिया और सीरिया ने इस प्रस्ताव के विरोध में वोट डाला। इसपर राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की का बयान भी आया था। उन्होंने कहा कि रूस का इन चारों के अलावा कोई दोस्त नहीं बचा है।
बता दे कि 193 सदस्यों वाली UN General Assembly में रूसी हमले को लेकर चर्चा हुई और निंदा हुई। इस बैठक में सेना को वापस बुलाने की बात कही गई।
इस मसले पर वोटिंग भी हुई, जिसमें भारत ने हिस्सा नहीं लिया. Aggression against Ukraine नाम का जो प्रस्ताव था उसपर 94 यूएन सदस्यों ने बात की। इसमें से 141 सदस्य सेना वापसी के समर्थन में थे. वहीं 34 ने वोट नहीं दिया। इसके अलावा पांच देशों ने इसके खिलाफ वोट किया।