जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जंग और तेज हो गई। रूस पीछे हटने को तैयार नहीं है जबकि यूक्रेन अपनी जमीन को छोडऩा नहीं चाहता है। इसका नतीजा यह रहा कि दोनों के बीच अब तक कोई सुलह या फिर समझौता नहीं हो सका है।
उधर रूस की बमबारी और तेज हो गई है। रूस के इस खौफनाक कदम से दुनिया कई देश उससे खफा नजर आ रहा है।
हालांकि कुछ देश ऐसे है जो न तो रूस की तरफ और न ही यूक्रेन की तरफ लेकिन रूस के साथ चार ऐसे देश है जो उसका कदम-कदम पर साथ दे रहे हैं।
उधर इस जंग को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। दरअसल संयुक्त राष्ट्र में जंग के खिलाफ प्रस्ताव पास किया। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो संयुक्त राष्ट्र महासभा ने गुरुवार (23 फरवरी) को यूक्रेन को लेकर एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसमें रूस से यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने और अपनी सेनाएं वापस बुलाने को कहा गया है।
यह प्रस्ताव ऐसे समय में आया है जब शुक्रवार को यूक्रेन पर रूसी अभियान को शुरू हुए एक साल हो रहे हैं। यूक्रेन का यह प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र महासभा में 141-7 से पारित हुआ जबकि भारत और चीन ने इस प्रस्ताव के दौरान वोटिंग से दूर रहे।
इंटरनेशनल मीडिया की माने तो इस प्रस्ताव पर दो दिनों तीखी बहस देखने को मिली।75 से ज्यादा देश के विदेश मंत्रियों और राजनयिकों ने भाग लिया और अपना विचार रखा।
इस पूरी बातचीत में यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के समर्थन करने की बात कही गई। रूस ने 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन में अपनी सेनाएं भेजकर हमला बोला।
जंग अब तक जारी है। रूस ने पूरे यूक्रेन में तबाही मचायी है। शहरों को निशाना बनाया है और हर दिन बमबारी की जा रही है। कई लोगों ने यूक्रेन छोडक़र चले गए है। यूक्रेन को कई लोग समर्थन दे रहे हैं। यूक्रेन के कई शहर खंडहर बन चुके हैं। जंग जारी रहने से पूरे विश्व में महंगाई बढ़ गई है।