जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पूरी दुनिया की नजर इस समय रूस और यूके्रन के बीच चल रही है जंग पर है। हालात लगातार खराब हो रहे हैं। रूसी हमले में यूक्रेन के कई शहर बर्बाद और तबाह हो गए है लेकिन इसके बावजूद यूक्रेन ने अभी तक रूस के सामने घुटने नहीं टेके और जमीनी स्तर पर अब भी रूस को कड़ी चुनौती देते नजर आ रहे हैं।
दोनों देशों के बीच जंग को अब 22 दिन हो गए है लेकिन रूसी फौज यूक्रेन पर अब तक कब्जा नहीं कर सकी है और लगातार हमलों को तेज कर रही है। रूस के इस कदम की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है और विश्व के ज्यादातर देश रूस को अलग-थलग करने की तैयारी में है।
दुनिया के कई देश इस जंग को खत्म करने की कोशिशों में लगे हुए लेकिन रूस अपने कदम पीछे नहीं करने को तैयार है और इस वजह से यूक्रेन में खासी तबाही देखने को मिल रही है। अंतरराष्ट्रीय बिरादरी ने रूस पर कई प्रतिबंध भी लगा रखे हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच अमेरिका लगातार भारत का समर्थन पाने की कोशिश कर रहा है लेकिन ये बात सच है कि अब तक भारत इस मामले में कोई ठोस जवाब नहीं दे रहा है और भारत का नजरिया पूरी तरह से संतुलित रहा है। पीएम मोदी ने लगातार दोनों देशों को बातचीत के जरिए मामला सुलझाने की अपील की है।
कांग्रेस सदस्य रो खन्ना और जो विल्सन ने अमेरिका में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू के साथ बातचीत के दौरान भारत से ”यूक्रेन में नागरिकों को पुतिन द्वारा निशाना बनाए जाने के खिलाफ बोलने” का आग्रह किया।डेमोक्रेटिक पार्टी के रो खन्ना ने एक ट्वीट में कहा, “भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू के साथ बातचीत भारत से यूक्रेन में नागरिकों को पुतिन के टारगेट के खिलाफ बोलने का आग्रह किया।
“रिपब्लिकन पार्टी के जो विल्सन ने रो खन्ना के ट्वीट का हवाला देते हुए कहा, “अमेरिका में भारत के राजदूत के साथ एक द्विदलीय कॉल में मेरे सहयोगी के साथ शामिल होने के लिए आभारी हूं। दुनिया के नेता यूक्रेन में पुतिन द्वारा किए जा रहे अत्याचारों की निंदा करें। यह महत्वपूर्ण है।”