जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस में जंग और तेज होती नजर आ रही है। दोनों देशों के बीच जंग को अब दस दिन होने जा रहे हैं लेकिन अब तक रूस यूक्रेन पर कब्जा नहीं कर सका है। हालांकि कुछ शहरों पर जरूर रूस ने अपने कब्जे में लिया है लेकिन रूस की बमबारी लगातार जारी है।
जहां रूस यूक्रेन की सेना को निशाना बना रही है तो दूसरी ओर रूस के इन हमलों से आम नागरिकों की भी जाने जा रही है। ऐसे में अब रूस ने शनिवार को यूक्रेन में नागरिकों को निकालने के लिए मानवीय गलियारे खोलने के लिए संघर्ष विराम की घोषणा की है।
रूसी मीडिया के हवाले से खबर है कि आज (5 मार्च) सुबह 10 बजे से रूसी पक्ष ने संघर्ष विराम की घोषणा की है। मारियुपोल और वोल्नोवाखा से नागरिकों के बाहर निकलने के लिए मानवीय गलियारे खोले हैं। रूसी सेना शनिवार से यूक्रेन के दो क्षेत्रों में नागरिकों को निकालने की अनुमति देने के लिए संघर्ष विराम का पालन करेगी।
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उधर यूक्रेन पर हमले के विरोध में रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों का सिलसिला जारी है। अमेरिका, यूरोप समेत एशिया के भी कई देश रूस पर कई आार्थिक व व्यवसायिक प्रतिबंध लगा चुके हैं।
अब सिंगापुर ने रूस पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। सिंगापुर ने कहा है कि वो रूस से सामान के आयात को सीमीत करेगा और कुछ रूसी बैंकों पर भी पाबंदी लगाएगा।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी बलों ने यूरोप के सबसे बड़े परमाणु प्लांट पर हमला किया है। जेलेंस्की ने
दुनिया से मदद की अपील की है। ट्विटर पर पोस्ट किए एक वीडियो संदेश में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेेलेंस्की ने कहा कि यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु प्लांट खतरे में है।