जुबिली न्यूज डेस्क
इन दिनों सोवियत संघ को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि रूस और यूरोपीय संघ दोनों आमने सामने आ गये हैं, जिसकी वजह से रूस ने यूरोपीय संघ को गंभीर नतीजे भुगतने को लेकर तैयार रहने को कहा है। यूरोपीय संघ रूस पर कई तरह के प्रतिबन्ध लगाने की तैयारी कर रहा है। इसको लेकर रूस ने कहा है कि वो यूरोपीय संघ से अपना नाता तोड़ लेगा।
दरअसल मामला रूस में विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की गिरफ़्तारी को लेकर जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि करीब छह महीने बाद रूस लौटे विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी को गिरफ्तार कर लिया गया था।
उनपर धोखाधड़ी के आरोप थे 30 दिसंबर 2019 को उनके खिलाफ रूस की सरकार ने दबाव बनाते हुए धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए गये।उन पर एंटी करप्शन फाउंडे सहित अन्य संस्थाओं के लिए अरबों डॉलर की फंडिंग में धांधली करने का आरोप है।
इसके बाद उनकी गिरफ्तारी के विरोध में रूस में काफी प्रदर्शन हुए। इसकी वजह से मॉस्को ने नवलनी के समर्थन में प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले जर्मनी, पोलैंड और स्वीडन के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया गया था। इसके बदले में यूरोपीय संघ के तीनों देशों ने रूस के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है।
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इसी मामले को लेकर ही यूरोपीय संघ ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिसके जवाब में रूस की तरफ से कहा गया कि अगर यूरोपीय संघ प्रतिबंध लगाता है तो वह इसके नतीजे भुगतने को तैयार रहे।
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रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का कहना है कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अलग-थलग नहीं पड़ना चाहते, लेकिन हम उसके लिए भी तैयार हैं। यूरोपीय संघ अगर रूस की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाला कदम उठाता है तो हमारा देश भी इसका जवाब देगा।