जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रहे हैं। हालांकि बीते तीन दिन में कोरोना के मामले कुछ कम हुए है। बीते 24 घंटों में देश में कोरोना के कुल 2,63,533 नए मामले दर्ज किए गए।
25 अप्रैल के बाद से यह दूसरी बार है जब कोरोना के नये मामले तीन लाख से कम आए, लेकिन इस दौरान कोरोना से कुल 4,329 लोगों की मौत हुई।
उधर सरकार कोरोना काल में हर दिन नियम बदल रही है। दरअसल सरकारी गाइडलाइंस में कई बार बदलाव देखने को मिल रहे हैं। आलम तो यह है कि वैक्सीनेशन को लेकर सरकार लगातार नियमों में बदलाव कर रही है।
दूसरी डोज कब लेनी चाहिए इसको लेकर सरकारी गाइडलाइंस में बदलाव की बात सामने आ रही है। वैक्सीन को लेकर लगातार बदलाव सामने आ रहा है।
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अब खबर है कि अगर किसी को कोरोना वायरस हुआ है और जब वो ठीक हो जायेगा तो करीब नौ महीने बाद ही उसे टीका लग सकता है।
नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन इसको लेकर कोई बड़ी घोषणा कर सकती है। इसमें कहा गया है कि कोरोना से ठीक होने के बाद नौ महीने बाद ही टीका लगवाने की बात कही गई है। अभी कुछ दिन पूर्व छह महीने की बात कही गई थी लेकिन अब नौ महीने बढ़ाने का फैसला किया जा सकता है।
ऐसे क्यों उठाया जा सकता है कदम
एक न्यूज चैनल की माने तो एक्सपर्ट ने ऐसा सुझाव तथ्यों के आधार पर इस तरह का सुझाव दिया है। पहली लहर के दौरान रिइन्फेक्शन का रेट 4.5 फीसदी तक था, इस दौरान 102 दिन का अंतर देखने को मिला था. वहीं, कुछ देशों में स्टडी में पाया गया है कि कोरोना संक्रमित के बाद 6 महीने तक इम्युनिटी रह सकती है, इसलिए इतना वक्त जरूरी है
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हालांकि कोरोना का कहर अब भी पूरे देश में जारी है और ऐसी स्थिति में रिइन्फेक्शन की संभावना बनी हुई है। ऐसे में अगर किसी को पहली या दूसरी डोज़ के लिए इंतजार करना पड़ता है, तो ये लाभकारी भी हो सकता है।
बता दें कि सरकार लगातार कोरोना को लेकर नियमों में बदलाव कर रही है। केंद्र सरकार ने प्लाज्मा थेरेपी को कोविड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल से हटाने का बड़ा कदम उठाया है। अब वैक्सीन को लेकर फिर नियम बदलने की तैयारी है।