जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। मूर्ति विसर्जन के दौरन मुंगेर में हुए नरसंहार से पूरा देश उबल रहा है। पुलिस की नाकामी और कथित बर्बरत को लेकर सियासत भी गर्माई हुई है। बिहार में पहले चरण के चुनावों से ठीक पहले दुर्गा प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जा रहे लोंगों पर पुलिस ने सादा भेष में फायरिंग और लाठीचार्ज किया।
बिहार के मुंगेर में मूर्ति विसर्जन में हुए गोलीकांड को लेकर बवाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। आज फिर बवाल हुआ है। गुस्साए लोगों ने पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रदर्शन किया। इसके बाद पूरब सराय थाने में आग लगा दी है।
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खबरों के मुताबिक मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के विरोध में आज सैकड़ों युवा सड़क पर उतर आए थे और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। यहां इन लोगों ने हंगामा किया। बता दें कि मौके पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है।
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान गोलीकांड के विरोध में चेंबर आफ कॉमर्स ने आज मुंगेर बाजार बंद बुलाया था। चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष कृष्ण कुमार अग्रवाल समेत कई पदाधिकारी बाजार में व्यवसायियों से दुकान बंद करने की अपील करते दिखे। इस वजह से अधिकतर दुकानें भी बंद हैं। फिलहाल मुंगेर का माहौल तनावपूर्ण है और जगह- जगह पर पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।
घटना पर बिहार निर्वाचन आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। डीएम और एसपी को तत्काल हटाने का आदेश दिया है। साथ ही मामले की 7 दिनों के भीतर जांच के आदेश दिया है।
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मुंगेर में मंगलवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए हंगामे की छीटें अब भी बरस रही हैं। स्थानीय लोगों में उस दिन की घटना को लेकर अब भी आक्रोश है। गुरुवार को मुंगेर में स्थिति उस समय चिंताजनक हो गई जब उग्र भीड़ ने शहर में हंगामा किया और पुलिस की कई गाड़ियों में आग लगा दी।
इतना ही नहीं उग्र भीड़ ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर जमकर पथराव किया। साथ ही एसडीओ और डीएसपी के दफ्तर और आवास पर भी पथराव की खबर आ रही है। वहीं जिले की स्थिति को देखते हुए चुनाव आयोग ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को हटा दिया है। आज ही नए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की तैनाती की जाएगी।
घटना की जानकारी लेने और उसकी पुष्टि के लिए फोन से अधिकारियों को संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन किसी से बात नहीं हो सकी। स्थानीय लोगों की मांग थी कि मुंगेर की पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के खिलाफ मंगलवार की घटना को लेकर तुरंत कारवाई की जाए।
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन पूर्व हुई उस घटना ने राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने तो मुंगेर की एसपी को जनरल डायर की संज्ञा तक दे डाली है।
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दरअसल दशहरे की रात मूर्ति विसर्जन के दौरान पुलिस और आम लोगों के बीच पहले विवाद हुआ और उसके बाद वहां जमकर हंगामा हुआ था। पुलिस को गोलियां तक चलानी पड़ी थी, जिसमे एक युवक की मौत हो गई थी और कई अन्य बुरी तरह घायल हो गए थे।
हमेशा चर्चा में रहने वाली कौन हैं लिपि सिंह
लिपि सिंह मुंगेर की एसपी हैं, (जिन्हे अब हटा दिया गया है)। उनके पिता एवं जदयू नेता आरसीपी सिंह, राज्यसभा सांसद और सीएम नीतीश कुमार के बेहद खास लोगों में से एक हैं और यही वजह है कि लिपि राजनीति के क्षेत्र में चर्चा की विषय बनी रहती हैं। लिपि सिंह हमेशा अपने कड़क मिजाज को लेकर चर्चा में रहती हैं।
लिपि सिंह पिछले साल उस समय और अधिक चर्चा में तब आ गई थी जब उन्होंने मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह के खिलाफ कार्रवाई की और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं उनके पति सुहर्ष भगत भी आईएएस हैं और फिलहाल बांका के डीएम हैं।
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