न्यूज डेस्क
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने निंदा की है। जिस तरह इमरान भारत के खिलाफ वैश्विक मंच से आग उगला है उससे आरएसएस ही नहीं पूरे देश में आक्रोश है।
हालांकि संयुक्त राष्ट्र में ‘राइट टू रिप्लाई’ के तहत भारत ने पाक पीएम के हर झूठ को बेनकाब किया। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल शर्मा ने कहा कि आरएसएस मतलब भारत है और भारत मतलब आरएसएस।
डॉ. शर्मा ने कहा कि आरएसएस केवल भारत में है। दुनिया में कहीं भी आरएसएस की कोई अन्य शाखा नहीं है। अगर पाकिस्तान आरएसएस से नाराज है तो इसका मतलब है कि वह भारत से नाराज है। उसे यदि संघ से दिक्कत है तो इसका मतलब है कि उसे भारत देश से दिक्कत है।
उन्होंने कहा कि हम भी यही चाहते हैं कि दुनिया हमें एक रूप में देखे। भारत देश और आरएसएस एक है और दुनियाभर में हमें एक समझा जाए।
गौरतलब है कि पकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यूएन में अपने भाषण के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर आरोप लगाए थे।
इमरान ने आरएसएस की तुलना हिटलर से करते हुए कहा था कि वह मुस्लिमों के जातीय नरसंहार पर यकीन करता है। आरएसएस के मन मुस्लिमों और ईसाइयों को लेकर नफरत है। इसी विचारधारा ने गांधी की हत्या की थी।
इमरान ने मोदी के लिए कहा था कि वह आरएसएस के सक्रिय सदस्य हैं।
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