जुबिली न्यूज डेस्क
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी (डायरेक्टोरेट ऑफ एन्फोर्समेंट) ने फरार कारोबारी विजय माल्या, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी की जब्त की गई संपत्ति में से 9371.17 करोड़ रुपए सरकारी बैंकों को ट्रांसफर कर दिया है।
ईडी ने कहा कि विजय माल्या और पीएनबी बैंक धोखाधड़ी मामलों में बैंकों की 40 फीसदी राशि पीएमएलए के तहत जब्त किए गए शेयरों की बिक्री के जरिए वसूली गई।
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जांच एजेंसियों का कहना है कि इन कारोबारियों की वित्तीय धोखाधड़ी के कारण बैंकों को भारी नुकसान हुआ है। ईडी ने इन कारोबारियों की कुल 18,170.02 करोड़ रुपए की कीमत की संपत्ति को अटैच किया है।
ईडी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, ”ईडी ने न केवल 18,170.02 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है बल्कि विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी मामले में पीएमएलए के तहत 9371.17 करोड़ रुपए सरकारी बैंकों और केंद्र सरकार को दे दिया गया है।”
ED not only attached/ seized assets worth of Rs. 18,170.02 crore (80.45% of total loss to banks) in case of Vijay Mallya, Nirav Modi and Mehul Choksi under the PMLA but also transferred a part of attached/ seized assets of Rs. 9371.17 Crore to the PSBs and
Central Government.— ED (@dir_ed) June 23, 2021
ईडी का कहना है तीनों कारोबारियों की जितनी संपत्ति जब्त की गई है वो बैंकों के नुकसान का 80.45 फीसदी है।
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भारत इन तीनों फरार कारोबारियों को विदेश से वापस लाने की कोशिश कर रहा है। विजय माल्या और नीरव मोदी ब्रिटेन में हैं। इसी साल फरवरी में ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने नीरव मोदी को भारत भेजने के आदेश पर हस्ताक्षर किया था।
उसी तरह विजय माल्या को वापस लाने के लिए भी ब्रिटेन में कानूनी प्रक्रिया चल रही है। विजय माल्या पर 9,000 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है।