जुबिली स्पेशल डेस्क
बीते कुछ दिनों से लोग बहुत परेशान थे। ये परेशानी ऐसी थी कि लोग जल्द से जल्द इसे दूर करना चाहते थे। दरअसल 2000 का नोट उनके लिए काफी परेशानी बन गया था।
जब से सरकार ने 2000 का नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने का फैसला किया है तब से लोग किसी तरह से इस नोट तय समय के अंदर बैंक में जमा कराने के लिए जूझ रहे थे।
कई लोगों ने तय समय से पहले 2000 का नोट बैंक में जमा कर दिया था लेकिन अब भी कई लोग ऐसे हैं जो इस नोट को जमा नहीं कर पाये हैं। ऐसे लोगों के लिए सरकार ने एक बड़ा अपडेट दिया है।
सरकार के इस नये फरमान ने कई लोगों को राहत देने का काम जरूर किया है। अब सवाल है कि आखिर भारतीय रिजर्व बैंक ने सर्कुलेशन से बाहर किए जा चुके 2,000 रुपये के नोटों को लेकर ऐसा कौन सा कदम उठाया जो आम आदमी तारीफ करते थक नहीं रहा है।
दो हजार रुपये के नोट को वापस लेने का ऐलान करने के बाद अब तक सर्कुलेशन का ज्यादातर हिस्सा बैंकों में जमा हो चुका है. रिजर्व बैंक ने लेटेस्ट अपडेट में बताया है कि अब तक सर्कुलेशन के 97 फीसदी से ज्यादा 2000 रुपये के बैंकनोट वापस आ चुके हैं।
सेंट्रल बैंक ने शुक्रवार 1 दिसंबर को बताया कि 19 मई 2023 को 2000 रुपये के जितने नोट सर्कुलेशन में थे, उनमें से 97.26 फीसदी नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आ चुके हैं।
इसके साथ ही सेंट्रल बैंक ने बताया कि 2000 रुपये के नोट लीगल टेंडर बने हुए हैं और आगे भी लीगल टेंडर बने रहेंगे।इससे पहले आरबीआई द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, 19 मई 2023 तक प्रचलन में 2000 रुपये के नोटों का मूल्य 3.56 लाख करोड़ रुपये था। तब से 29 सितंबर तक 96 फीसदी वापस आ चुके हैं। इसका मतलब है कि करीब 4 महीने में 3.42 लाख करोड़ रुपये बैंकिंग सिस्टम में आ चुके हैं। अब सिर्फ 14 हजार करोड़ रुपये यानी 2000 रुपये के 4 फीसदी नोट बचे हैं. इन्हें वापस करने की तारीख 7 अक्टूबर तय की गई है।