प्रो. अशोक कुमार
गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा किसी भी समाज के विकास का आधार होती है और इस प्रक्रिया में शिक्षक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
वे न केवल ज्ञान देते हैं बल्कि बच्चों के व्यक्तित्व का विकास भी करते हैं। शिक्षक गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा में कैसे योगदान देते हैं: 1. ज्ञान का संचार: शिक्षक को अपने विषय का गहन ज्ञान होना चाहिए ताकि वे बच्चों को सही और अद्यतन जानकारी दे सकें।
रटने की बजाय समझ पर जोर देना, प्रयोग, चर्चा, और दृश्य-श्रव्य सामग्री का उपयोग करना शिक्षण को रोचक बनाता है। बच्चों को प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करना उनकी जिज्ञासा को बढ़ाता है। 2. व्यक्तित्व विकास: एक सकारात्मक और समावेशी माहौल में बच्चे आत्मविश्वास से सीखते हैं।
शिक्षक बच्चों में संचार, समस्या समाधान, टीम वर्क जैसे कौशल विकसित करते हैं। ईमानदारी, सत्यनिष्ठा, सहयोग जैसे मूल्यों को सिखाकर शिक्षक अच्छे नागरिक बनाते हैं।3. व्यक्तिगत ध्यान: हर बच्चा अलग होता है, इसलिए शिक्षक को प्रत्येक बच्चे की व्यक्तिगत जरूरतों को समझकर शिक्षण करना चाहिए।
बच्चों को उनकी कठिनाइयों को दूर करने में मदद करना चाहिए। बच्चों की उपलब्धियों को सराहना और प्रोत्साहित करना उनका मनोबल बढ़ाता है। शिक्षक को अभिभावकों के साथ मिलकर बच्चों के विकास के लिए काम करना चाहिए। बच्चों की प्रगति के बारे में नियमित रूप से अभिभावकों को सूचित करना चाहिए। शिक्षक को हमेशा नई शिक्षण विधियों के बारे में सीखते रहना चाहिए। अपने विषय के ज्ञान को अद्यतन रखना महत्वपूर्ण है।
गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा में शिक्षक की भूमिका अहम है। वे बच्चों को सिर्फ ज्ञान नहीं देते बल्कि उन्हें जिंदगी के लिए तैयार भी करते हैं। एक अच्छा शिक्षक न केवल ज्ञानी होता है बल्कि एक मित्र, मार्गदर्शक और प्रेरणा का स्रोत भी होता है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षक में निम्नलिखित गुण होने चाहिए: एक अच्छा शिक्षक वह होता है जो न केवल ज्ञान देता है बल्कि छात्रों को सीखने के लिए प्रेरित भी करता है। एक अच्छे शिक्षक में कई गुण होते हैं जो उन्हें एक प्रभावी शिक्षक बनाते हैं।
एक अच्छे शिक्षक के प्रमुख गुण निम्नलिखित हैं: ज्ञान: एक अच्छे शिक्षक को अपने विषय का गहरा ज्ञान होना चाहिए। उन्हें छात्रों के सवालों का जवाब देने और उनकी जिज्ञासा को शांत करने में सक्षम होना चाहिए।संचार कौशल: एक प्रभावी शिक्षक छात्रों के साथ स्पष्ट और प्रभावी ढंग से संवाद कर सकता है। उन्हें छात्रों की समझ को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न शिक्षण विधियों का उपयोग करना चाहिए। धैर्य: शिक्षण एक धैर्यवान काम है। एक अच्छा शिक्षक छात्रों की गति और सीखने की शैली को समझता है और उन्हें प्रोत्साहित करता रहता है।
रचनात्मकता: एक अच्छा शिक्षक सीखने को रोचक और आकर्षक बनाने के लिए नए-नए तरीके खोजता रहता है। वे छात्रों की रुचियों को ध्यान में रखते हुए अपनी शिक्षण पद्धति को अनुकूलित कर सकते हैं। प्रेरणा: एक अच्छा शिक्षक छात्रों को सीखने के लिए प्रेरित करता है।
वे छात्रों की उपलब्धियों को पहचानते हैं और उन्हें प्रोत्साहित करते हैं। सहानुभूति: एक अच्छा शिक्षक छात्रों की भावनाओं को समझता है और उनकी मदद करता है। वे छात्रों को एक सुरक्षित और सहायक वातावरण प्रदान करते हैं। लचीलापन: एक अच्छा शिक्षक बदलती परिस्थितियों के अनुकूल हो सकता है और अपनी शिक्षण योजनाओं को बदल सकता है। व्यक्तिगत विकास: एक अच्छा शिक्षक लगातार सीखने और विकसित होने का प्रयास करता है। वे नए शिक्षण पद्धतियों और तकनीकों के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते हैं।
अतिरिक्त गुण जो एक अच्छे शिक्षक में होने चाहिए:सकारात्मक दृष्टिकोण: एक सकारात्मक दृष्टिकोण छात्रों को प्रेरित करता है और एक सकारात्मक सीखने का वातावरण बनाता है। संगठन: एक अच्छा शिक्षक अपनी कक्षा को व्यवस्थित रखता है और समय का प्रबंधन करता है।
तकनीकी ज्ञान: आजकल तकनीक शिक्षण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक अच्छा शिक्षक तकनीक का उपयोग करके छात्रों को पढ़ा सकता है।
एक अच्छे शिक्षक के गुणों का महत्व: एक अच्छे शिक्षक के गुण छात्रों के जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं। एक अच्छा शिक्षक न केवल छात्रों को ज्ञान देता है बल्कि उन्हें एक बेहतर इंसान बनने में भी मदद करता है।
पूर्व कुलपति कानपुर, गोरखपुर विश्वविद्यालय , विभागाध्यक्ष राजस्थान विश्वविद्यालय