न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बस से सफर करने वालों को अब नये साल से ज्यादा किराया देना पड़ सकता है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की शुक्रवार को हुई बैठक में किराया बढ़ाने पर सहमति बनी जो प्रति किलोमीटर 10 पैसे होगी।
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इसके बाद स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (STA) की बैठक में स्वीकृति मिलने के बाद ही बढ़ा हुआ किराया लागू किया जा सकेगा। दरअसल, शुक्रवार को निदेशक मंडल की 226वीं बोर्ड बैठक आहूत की गई, जिसकी अध्यक्षता परिवहन निगम के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने की। प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर व विशेष सचिव डॉ. अखिलेश कुमार मिश्र की मौजूदगी में सात महत्वपूर्ण मुद्दों पर फैसले लिए गए हैं।
बताया जा रहा है कि अब लखनऊ से सीतापुर का किराया 98 रूपये की जगह 106 रूपया होगा। इसी तरह लखनऊ से गोरखपुर के किराये में 30 रूपये की बढ़ोत्तरी हो जायेगी। डीजल के दाम और रखरखाव का खर्च बढ़ने से किराया बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
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महंगाई भत्ते का होगा भुगतान
बोर्ड बैठक में नियमित कर्मचारियों के लंबित महंगाई भत्ते के भुगतान को भी मंजूरी मिल गई। उत्तर प्रदेश के तकरीबन 22 हजार कर्मचारियों को इसका फायदा मिलेगा। हालांकि इससे निगम पर 43 करोड़ रुपये का भार बढ़ेगा। ऐेसे ही आवास भत्ते और नगर प्रतिकर भत्ते का भी भुगतान होगा।
जिससे 45 करोड़ रुपये का लोड बढ़ेगा। वहीं बैठक में इस पर भी सहमति बनी कि 31 दिसंबर, 2001 तक संविदा पर कार्यरत ड्राइवर व कंडक्टर हैं, उन्हें नियमित किया जाएगा। इनकी संख्या 710 के आसपास हैं। शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
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शहर के बाहर शिफ्ट होंगे बस अड्डे
बसों के बेहतर संचालन के लिए बोर्ड ने नगर निगम एवं नगर पालिका क्षेत्र में पड़ने वाले बस अड्डों से जाम व दुर्घटनाएं न हों, इसलिए उन्हें शहर के बाद शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
ऐसे ही परिवहन निगम के सभी रिकार्ड डिजिटल किए जाएंगे। निगम मुख्यालय में ई-ऑफिस प्रणाली लागू होगी और परिवहन निगम की वेबसाइट हाईटेक बनेगी व एमआईएस को ऑनलाइन किया जाएगा।