- शरद पवार की एनसीपी भी पहली बार यूपी के निकाय चुनाव में उतरेगी
राजेंद्र कुमार
उत्तर प्रदेश के शहरों में ग्रास रूट की राजनीति यानी शहरी निकाय चुनाव में इस बार राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की भी आमद होगी.
यह दोनों ही दल यूपी में अपने पैर जमाने के लिए राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं. ऐसे में अगले माह राज्य में होने वाले निकाय चुनाव इन दलों के लिए पैर जमाने का एक मौका साबित हो सकते हैं.
इसके चलते ही इन दोनों ही दलों ने यूपी के निकाय चुनाव में अपने प्रत्याशी खड़ा करने की तैयारी शुरू कर दी है. यूपी के प्रमुख राजनीतिक दलों के अलावा आम आदमी पार्टी (आप) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी )भी यूपी के नगर निगम के चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारेगी. यूपी में 17 नगर निगम, 200 से ज्यादा नगर पालिका और 517 नगर पंचायत हैं. यहां निकाय चुनाव की प्रक्रिया को 5 जनवरी से पहले ही पूरा हो जाना है.
सभी राजनीतिक दल नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. और बिहार की सत्ता पर काबिज आरजेडी और जेडीयू उत्तर प्रदेश में सदस्यता अभियान के जरिए निकाय चुनाव लड़ने वाले मजबूत प्रत्याशी तलाश रहे हैं.
इन दोनों दलों की मंशा निकाय चुनाव में भाजपा, सपा, बसपा या कांग्रेस के टिकट से वंचित नेताओं को अपने सिंबल पर चुनाव लडाने की भी है.
यूपी में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह निकाय चुनाव के मद्देनजर ओबीसी और अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में सक्रिय है. उनका कहना है कि निकाय चुनाव में आरजेडी प्रदेश के सभी 75 जिलों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी.
और दूसरे दलों से आने वाले अच्छे नेताओं को पार्टी चुनाव लडाने से गुरेज नहीं करेगी. अशोक सिंह के अनुसार, जल्दी ही पार्टी तय करेंगी कि कुल कितनी सीटों पर प्रत्याशी खड़े करेगी.
कुछ ऐसी ही तैयारी यूपी में जेडीयू भी कर रही है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल के अनुसार, पार्टी सदस्यता अभियान के जरिए यूपी में सवा करोड़ सदस्य बनाने की मुहिम में जुटी है और पार्टी निकाय चुनाव में हाथ आजमाने को तैयार है.
जल्दी पार्टी के केंद्रीय नेताओं में निकाय चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने आएंगे. एनसीपी भी स्थानीय निकाय चुनाव लड़ेगी.
यह पहली बार होगा जब शरद पवार की पार्टी उत्तर प्रदेश में नीचे के स्तर की राजनीति में हाथ आजमाएगी. एनसीपी के यूपी प्रभारी केके शर्मा के अनुसार राज्य में अपनी स्थिति को मजबूत स्थिति में करने के एनसीपी निकाय चुनाव में प्रत्याशी खड़ा करेगी.