अशोक बांबी
इस साल आईपीएल में कई चमकते हुए सितारे उभर कर सामने आए जिसमें रिंकू सिंह भी शामिल है।
उत्तर प्रदेश के इस बाएं हाथ के होनहार बल्लेबाज ने आईपीएल में जो अपना बल्ला चलाया उसका कोई तोड़ नहीं था। जब उसने यश दयाल के आखिरी ओवर में लगातार पांच छक्के मार कर अपनी टीम को जीता दिलाई तो वह भारत क्या पूरी दुनिया में अपना नाम रोशन कर गया।
रिंकू सिंह लगातार अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए जबरदस्त प्रदर्शन करते रहे । हालांकि आखिरी मैच में उन्होंने भरपूर कोशिश करी अपनी टीम को जिताने में जब आखिरी 2 ओवर में 40 रन बनाने थे लेकिन रिंकू सिंह ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 38 रन बना डाले लेकिन उसकी टीम मात्र 1 रन से लखनऊ की टीम से हार गई। रिंकू सिंह की बल्लेबाजी की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। अब तो बस यह देखना है कि वे भारत के लिए कब टी 20 की टीम में शामिल होते हैं ।
रणजी ट्रॉफी में रिंकू सिंह
रिंकू सिंह जोकि अलीगढ़ के एक अत्यंत गरीब परिवार से थे लेकिन उन्होंने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी व खेल से शुरू से ही सबको चकाचौंध किया।
रिंकू सिंह सन 2014 में जहां एक दिवसीय मैचों में उत्तर प्रदेश की ओर से खेला वहीं 2014 में ही उन्हें टी 20 में भी खेलने का मौका मिला।
रिंकू सिंह की बल्लेबाजी ने हमेशा चमक दिखाई चाहे वह जूनियर क्रिकेट रहा हो या सीनियर क्रिकेट। जब वे 16 साल के थे तो उन्हें प्रदेश की टीम से खेलने का मौका दिया गया जिसमें उन्होंने चयनकर्ताओं को निराश नहीं किया। 2016 में उन्हें रंजी ट्रॉफी मे खेलने का मौका मिला और शूरू से ही उन्होंने अपने बल्ले की चमक दिखाई।
रिंकू सिंह अभी तक 40 रणजी ट्रॉफी मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने लगभग 2900 रन 60 की औसत से बनाए हैं जिसमें 7 शतक और 19 अर्धशतक शामिल हैं। इसी प्रकार से उन्होंने एकदिवसीय 50 मैच खेले हैं जिसमें लगभग 1750 रन उन्होंने 53 के औसत से बनाए हैं जिसमें 1 शतक और 16 अर्धशतक शामिल हैं।
T20 में रिंकू सिंह
T20 में रिंकू ने सर्वाधिक 79 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 1768 रन 30.48 के औसत से बनाए हैं जबकि उनका स्ट्राइक रेट 141 का है जो कि काफी अच्छा है।
वैसे तो रिंकू कई वर्षों से के के आर की टीम में है लेकिन ना तो उनको लगातार मौके दिए गए और ना ही उनके बल्लेबाजी में कोई क्रम निरधारित किया गया। कभी कुछ अच्छे हाथ दिखाए व उनकी खेल शैली ने सबको प्रभावित किय जिसके कारण वे टीम में कई वर्षों से बने रहे।
इस बार जब उन्होंने अपने प्रदेश की टीम के साथी खिलाड़ी यश दयाल की गेंदो पर लगातार पांच छक्के मारे तो रिंकू सिंह की बल्लेबाजी में चार चांद लग गए ।
उन्होंने अपने में जो विश्वास जागृत किया है उसकी बदौलत वे लगातार हर मैच में अच्छी पारी खेलते हुए आईपीएल में दिखे। देखा जाए तो उत्तर प्रदेश मे ही पैदा हुये पैदा हुए 2 अन्य बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल वा सूर्यकांत यादव ने भी अपने बल्लेबाजी से जौहर दिखाए । हम सब उम्मीद लगाए बैठे हैं की शीघ्र ही रिंकू सिंह को राष्ट्रीय चयनकर्ताओं द्वारा भारतीय टी20 टीम के लिए चुना जाए।
अंत में मेरा उत्तर प्रदेश की टीम मैनेजमेंट व चयनकर्ताओं से अनुरोध है कि रिंकू सिंह को प्रदेश टीम का कप्तान बनाया जाए और साथ में यह भी सुनिश्चित किया जाए कि वह कम से कम चार नंबर के क्रम पर ही रणजी ट्रॉफी, एक दिवसीय व टी20 में बल्लेबाजी करें ।
मुझे पूर्ण विश्वास है कि जिस दिन रिंकू सिंह को प्रदेश टीम में चौथे क्रम की बल्लेबाजी पर खिलाया जाएगा उस दिन उनके खेल में और निखार आयेगा जिसका लाभ टीम को व उनको मिलेगा।
(लेखक भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मैनेजर और पूर्व यूपी रणजी क्रिकेटर रह चुके हैं)