जुबिली न्यूज डेस्क
कुछ समय पहले पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार किया गया था। अमिताभ ने एक आरटीआई दाखिल कर सूचना मांगा था कि उनकी गिरफ्तारी की सूचना क्या लखनऊ पुलिस के कंट्रोल रूम को दी गई थी?
फिलहाल लखनऊ पुलिस द्वारा अमिताभ ठाकुर को आरटीआई में दी गयी सूचना से यह सामने आया है कि उनकी गिरफ्तारी की सूचना लखनऊ पुलिस के कंट्रोल रूम को नहीं दी गयी थी।
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं बिकने दूंगा
यह भी पढ़ें : अब गुजरात में अरविंद केजरीवाल ने किया ये वादा
सीआरपीसी की धारा 41सी के अनुसार प्रत्येक गिरफ्तार किये गए व्यक्ति के नाम तथा पता सहित गिरफ्तार करने वाले पुलिस अफसर का नाम तथा पदनाम अनिवार्य रूप से जनपदीय कंट्रोल रूम के बाहर एक नोटिस बोर्ड पर दर्शाया जायेगा।
अमिताभ ठाकुर ने 27 अगस्त 2021 को थाना हजरतगंज में अपनी गिरफ्तारी के बाद कण्ट्रोल रूम को दी गयी सूचना की जानकारी मांगी थी।
इस पर पुलिस कंट्रोल रूम, लखनऊ कमिश्नरेट के इंचार्ज शैलेन्द्र कुमार वाजपेयी ने उन्हें बताया है कि इस बारे में कंट्रोल रूम को कोई सूचना नहीं दी गयी थी।
वहीं पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने इसे कानून का उल्लंघन बताते हुए डीजीपी, यूपी से इस संबंध में कार्यवाही की मांग की है।
यह भी पढ़ें : उत्तर कोरिया में पहली बार कोविड मामले की पुष्टि, देश भर में सख्त लॉकडाउन
यह भी पढ़ें : रेलवे के इतिहास में विभाग ने पहली बार की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
यह भी पढ़ें : छह लाख करोड़ का बजट तैयार कर रही है योगी सरकार