जुबिली न्यूज डेस्क
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में एक मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत मार्च 2020 तक आठ करोड़ परिवारों को गैस कनेक्शन देना था।
फिलहाल इस योजना के तहत अब तक 9 करोड़ परिवारों को कनेक्शन दिए जा चुके हैं। लेकिन इसमें ऐसे बहुत सारे परिवार है जिन्होंने दोबारा सिलिंडर नहीं भरवाया है।
जी हां, मोदी की प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं में से एक उज्जवला योजना के 90 लाख लाभार्थियों ने पिछलेे वित्त वर्ष में कभी दोबारा सिलिंडर नहीं भरवाया।
यह भी पढ़ें : डी.एस. चौहान को मिला डीजीपी का चार्ज
यह भी पढ़ें : अंडर-16 क्रिकेट लीग के मैच में कौन बना हीरो
यह भी पढ़ें : ढाई आखर प्रेम की खुश्बू से झूम उठा लखनऊ
अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ की एक विशेष रिपोर्ट के अनुसार बीते वित्तीय साल में एक करोड़ लाभार्थियों ने अपने सिलिंडर सिर्फ एक बार ही भरवाए थे।
अखबार ने लिखा है कि RTI कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने 3 तेल मार्केटिंग कंपनियों हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, इंडियन ऑइल कॉर्पोरेश और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड से आरटीआई के जरिए यह जानकारी हासिल की है।
सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मिली जानकारी के मुताबिक, इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन ने बताया कि मार्च 2021 तक उन्होंने जितने भी कनेक्शन दिए थे, उनमें से बीते वित्त वर्ष में 65 लाख उपभोक्ताओं ने अपने सिलिंडर वापस नहीं भरवाया।
वहीं हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन ने बताया कि उनके 9.1 लाख उपभोक्ताओं और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन के 15.96 लाख उपभोक्ताओं ने अपने सिलिंडर नहीं भरवाया।
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन ने यह स्पष्टï किया कि 15.96 लाख वह उपभोक्ता हैं जिनको सितंबर 2019 तक कनेक्शन दिए गए थे जो कि उज्जवला योजना का पहला चरण था।
उज्जवला योजना के ऐसे उपभोक्ता जिन्होंने सिलिंडर सिर्फ एक बार भरवाया है, उनमें इंडियन ऑयल के 52 लाख, हिंदुस्तान पेट्रोलियम के 27.58 लाख और भारत पेट्रोलियम के 28.56 लाख उपभोक्ता शामिल हैं।
इसी साल मार्च में लोकसभा में मोदी सरकार ने एक सवाल के जवाब में बताया था कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत सालाना 3.66 एलपीजी सिलिंडर ही वापस भरवाए जा रहे हैं।
यहां इस डाटा पर भी ध्यान देने की जरूरत है कि कोरोना महामारी के दौरान केंद्र सरकार ने इस योजना के तहत एक अप्रैल 2020 से लेकर 31 दिसंबर 2020 तक तीन बार फ्री सिलिंडर भी दिए थे।
वहीं लोकसभा में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने एक सवाल के जवाब में बताया था कि क्करूङ्घ के 14.17 करोड़ लाभार्थियों ने फ्री सिलेंडर भरवाए थे।
यह भी पढ़ें : विदेशी चंदा मामले में CBI के रडार पर हैं गृह मंत्रालय के अधिकारी
यह भी पढ़ें : जानिए कौन से दर्द में की जाती है गर्म या ठंडी सिकाई
यह भी पढ़ें : भारी तबाही की आशंका के साथ आंध्र प्रदेश की तरफ बढ़ रहा है असानी