न्यूज डेस्क
श्रीलंका सरकार ने सोमवार को अधिसूचना जारी कर बुरके और हिजाब पर पाबंदी लगाने की घोषणा की है। अधिसूचना के अनुसार मुस्लिम महिलाओं को किसी भी तरह से चेहरा ढंककर कहीं आने-जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना ने अपनी आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए यह आदेश जारी किया है। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘यह प्रतिबंध राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखकर लगाया गया है।
इसके तहत अब कोई भी अपने चेहरे को इस तरह से नहीं ढंक सकेगा कि उसकी पहचान करना मुश्किल हो जाए। हालांकि इसमें यह भी स्पष्ट किया गया कि इस प्रतिबंधात्मक आदेश का मतलब सिर्फ राष्ट्रपति सुरक्षा सुनिश्चित करना है, किसी समुदाय विशेष को असुविधा में डालना नहीं है।’
ईस्टर के मौके पर आत्मघाती हमले में मारे गए थे 350 लोग
मालूम हो कि 21 अप्रेल को ईस्टर के मौके पर श्रीलंका में नौ आत्मघाती आतंकियों ने छह सार्वजनिक स्थलों (गिरिजाघरों और होटलों) को निशाना बनाया था। इन हमलों में 350 से अधिक लोग मारे गए थे, जबकि 500 से ज्यादा घायल हो गए थे।
इन हमलों की जिम्मेदारी आईएस (इस्लामिक स्टेट) ने ली थी। हालांकि श्रीलंका सरकार का दावा है कि स्थानीय कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन नेशनल तौहीद जमात ने इन आतंकी हमलों को अंजाम दिया है। इन हमलों में मारे गए लोगों में 11 भारतीयों सहित कुल 40 विदेशी नागरिक शामिल हैं।