जुबिली स्पेशल डेस्क
गणतंत्र दिवस की तैयारी जोरो पर चल रही है लेकिन इस बार कोई विदेशी मेहमान शामिल नहीं होगा। इस साल गणतंत्र दिवस पर होने वाले समारोह के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को भारत ने न्यौता दिया था लेकिन ऐन वक्त पर उनका भारत दौरा आने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।
इसके पीछे कोरोना वायरस बताया जा रहा है। दरअसल ब्रिटेन में कोरोना वायरस लगातार खतरनाक हो रहा है। इतना ही नहीं ब्रिटेन में कोरोना का नए स्ट्रेन आने के बाद से ही पूरी दुनिया में एलर्ट जारी कर दिया गया था। इसके बाद ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन कोरोना का हवाला देते हुए उन्होंने अपना भारत दौरा रद्द करने का फैसला कर लिया।
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हालांकि उनके जगह किसी और को भी नहीं बुलाया गया है। इसके साथ ही गणतंत्र दिवस समारोह कोई विदेशी मेहमान शामिल नहीं होगा। इतना ही नहीं 1966 के बाद ये पहला मौका होगा कि गणतंत्र दिवस समारोह में कोई विदेशी मेहमान नहीं होगा।
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आजादी के बाद से गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर कोई ना कोई राष्ट्राध्यक्ष जरूर शामिल होता रहा है। हालांकि आजादी के बाद तीन बार ऐसा मौका आया जब कोई विदेशी मेहमान समारोह में शामिल नहीं हुआ है।
साल 1952, 1953 और 1966 में गणतंत्र दिवस पर कोई विदेशी मेहमान नहीं आया। इसके बाद 1967 से 2020 तक ऐसा कभी नहीं हुआ। साल 1956, 1968 और 1974 में एक नहीं बल्कि दो-दो लोग शामिल हो चुके हैं।
इसके आलावा बात अगर 2018 की जाये तो उस दौरान समारोह में 10 एशियाई देशों के प्रमुख शामिल हुए थे लेकिन इस बार कोरोना की वजह से कोई विदेशी मेहमान शामिन नहीं हो रहा है।
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बता दें कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने ब्रिटेन में तहलका मचा रखा है। लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने देश में लॉकडाउन लगाने का ऐलान कर दिया है।
ये लॉकडाउन करीब डेढ़ महीने तक रहेगा। बोरिस जॉनसन ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए कम से कम फरवरी के मध्य तक नया नेशनल लॉकडाउन लगाया है ताकि नए स्ट्रेन को पूरी तरह से रोका में मदद मिल सके।