जुबिली न्यूज डेस्क
मौजूदा वक्त में पूरी दुनिया की निगाहे यूक्रेन-रूस युद्ध पर टिकी हुई है। एक ओर रूस पर प्रतिबंधों का सिलसिला जारी है तो वहीं रूस की हर गतिविधि पर अमेरिका समेत यूरोप के कई देश नजर बनाए हुए हैं।
अब खबर है कि रूस सीरियाई लड़ाकों की भर्तियां कर रहा है। अमेरिकी अखबार ‘द वाल स्ट्रीट जर्नल’ से अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि यूक्रेन में लडऩे के लिए रूस सीरिया से किराए पर लडऩे वाले ट्रेंड लोगों को भर्तियां कर रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इन्हें छह महीने की लड़ाई के लिए कहा गया है। रूस के अधिकारियों का मानना है कि सीरिया में चले एक दशक तक के गृह युद्ध के कारण यहां के लोगों के पास लडऩे का अनुभव है और ये यूक्रेन के शहरों पर कब्जे में मदद कर सकते हैं।
हालांकि खुफिया अधिकारियों ने यह नहीं बताया है कि कितने सीरियाई लड़ाकों ने इस युद्ध में शामिल होने के लिए हामी भरी है। लेकिन अधिकारियों ने कहा है कि कुछ लड़ाके रूस पहुंच भी गए हैं और यूक्रेन में तैनाती की तैयारी कर रहे हैं।
देइर एजजोर प्रकाशन के मुताबिक, सीरिया और रूस ने स्वेच्छा से यूक्रेन में लड़ाई करने वालों को 200 से 300 डॉलर तक की सैलरी की पेशकश की है।
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अमेरिका में अधिकारियों का मानना है कि सीरियाई लड़ाके केवल विदेशी नहीं हैं, जो यूक्रेन में रूस के लिए लड़ेंगे बल्कि चेचन बलों को भी भेजा गया है। चेचन रिपब्लिक के नेता रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सहयोगी हैं।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यूक्रेन में विदेशी लड़ाकों के आने से यह देश संघर्ष का एक नया ठिकाना बनेगा। इनका कहना है कि यूक्रेन की लड़ाई मध्य-पूर्व से जुड़ जाएगी।