जुबिली न्यूज डेस्क
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद पुलिस बत्ती उतारो, हूटर हटाओ अभियान चला रही है. जिस दौरान अवैध रूप से फ्लैशर बत्ती और हूटर उतरवा रही है. दरअसल अब पुलिस पर आरोप लग रहा है कि अभियान की आड़ में वो प्रशासनिक अफसरों की बेइज्जती कर रही है. प्रशासनिक अफसरों का बीच सड़क पर वीडियो बनाया जा रहा है. ये अभियान VIP कल्चर को खत्म करने के लिया चलाया जा रहा है.
बता दे कि कई जिलों में बकायदा अभियान चल रहा है. इस अभियान के चपेट में आ रहे हैं प्रशासनिक अधिकारी और जनपदों में तैनात जूनियर और सीनियर पीसीएस, जूनियर IAS भी. अन्य आपात सेवाओं जैसे मेडिकल सर्विसेस से सीएमओ इत्यादि की बत्ती उतरवाई जा रही है. ये काम पुलिस वाले बहुत मन से कर रहे हैं.
पुलिस के इस रवैए से अफसर आक्रोशित
इस अभियान में RTO, ARTO बैकफुट पर है, जबकि बत्ती और हूटर उतारने में पुलिस आगे हैं. हालांकि इस अभियान में पुलिस के इस रवैये को लेकर ADM, SDM, CMO, तहसीलदार, नायब तहसीलदार आक्रोशित हैं. इतना ही नहीं कई जनपदों में तैनात जूनियर IAS और PCS अफसर भी परेशान हैं. बीच सड़क ऐसी कार्रवाई को प्रशासनिक अफसर बेइज्जती मान रहे हैं.
कई अधिकारियों की गाड़ी से निकाला हूटर
एक नायब तहसीलदार अपनी प्रेगनेंट पत्नी को लेकर जा रहे थे, तो पुलिस ने बत्ती हटवाई और चालान काट दिया. मिर्जापुर में अपर जिलाधिकारी की बत्ती पुलिस ने बीच सड़क उतार ली. सहारनपुर में तैनात महिला SDM का CO ने हूटर उतरवा दिया है. कासगंज में तैनात SDM का भी हूटर पुलिस ने उतरवा दिया है. इस मामले को लेकर प्रशासनिक अफसरों में पुलिस का बर्ताव के प्रति रोष है. वो अपने अपने ग्रुप पर नाराजगी प्रकट कर रहे हैं. जिलों में पुलिस और प्रशासन की अदावत में ये नया मामला जुड़ गया है.
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25 जून तक चलेगा अभियान
यह अभियान 18 से 25 जून तक चलेगा, जिसमें VIP कल्चर को पूरी तरह से समाप्त करने का प्रयास किया जाएगा. अभियान के दौरान पूर्व मंत्री और सत्ता दल के नेताओं के वाहनों से भी हूटर और काली फिल्म उतार दी गई. एसीपी ट्रैफिक ने बताया कि चेकिंग के दौरान चारपहिया वाहनों से काली फिल्म हटाई गई, साथ ही हूटर, लाल और काली बत्तियां भी उतारी गईं. पुलिस के लोगो और रंग का दुरुपयोग करने वाले वाहनों का भी चालान किया गया.