जुबिली न्यूज़ डेस्क
नयी दिल्ली। कोरोना संकट के बीच पहली बार मोदी सरकार के लिए राहत की खबर आई है। केंद्र सरकार ने इस वित्त वर्ष की दिसंबर में खत्म होने वाली तीसरी तिमाही के लिए ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट के आंकड़े जारी किए।
भारत की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में पहले से बेहतर रही। तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 0.4 फीसदी रही। इससे पहले की दो तिमाहियों के दौरान कोरोना वायरस महामारी की वजह से इसमें बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी।
ये भी पढ़े: चुनाव तारीखों के ऐलान से पहले ममता का मास्टर स्ट्रोक
ये भी पढ़े: पांच राज्यों में चुनावों का ऐलान, देखें पूरा कार्यक्रम
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के जारी आंकड़े में यह जानकारी दी गयी है। इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में अर्थव्यवस्था में 3.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। एनएसओ के राष्ट्रीय लेखा के दूसरे अग्रिम अनुमान में 2020-21 में जीडीपी में 8 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान जताया गया है।
ये भी पढ़े: अब इस दिन तक जारी रहेगी कोरोना गाइडलाइंस
ये भी पढ़े: CM योगी के निर्देश- फोकस टेस्टिंग पर जोर, बाहरी लोगों के स्वास्थ्य पर हो नजर
जनवरी में एनएसओ ने चालू वित्त वर्ष 2020-21 में अर्थव्यवस्था में 7.7 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान जताया था। एक साल पहले 2019-20 में जीडीपी में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। कोरोना वायरस महामारी और उसकी रोकथाम के लिये लगाये गये ‘लॉकडाउन’ के कारण चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था में 24.4 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।
वहीं दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में जीडीपी में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। चीन की अर्थव्यवस्था में अक्टूबर-दिसंबर, 2020 में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। वहीं जुलाई-सितंबर में वृद्धि दर 4.9 प्रतिशत रही थी।
गौरतलब है कि भारतीय अर्थव्यवस्था कोरोना की वजह से इतिहास में पहली बार तकनीकी रूप से मंदी के दौर में पहुंची थी। जब कोई अर्थव्यवस्था लगातार दो तिमाही गिरावट में रहती है, तो यह मान लिया जाता है कि वह तकनीकी रूप से मंदी के दौर में पहुंच चुकी है।
कोरोना संकट की वजह से पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था गिरावट के दौर में है। इसकी वजह से ही इस वित्त वर्ष की जून में होने वाली पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में 23.9 फीसदी की गिरावट आई। इसकी वजह यह थी कि उस दौरान देश में काफी सख्त लॉकडाउन लगा था और इकोनॉमी पूरी तरह से ठप थी।
ये भी पढ़े: कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल से क्यों की धक्कामुक्की
ये भी पढ़े: हैण्डलूम एक्सपो में कैसे साकार हो रही है राजस्थानी संस्कृति