जुबिली न्यूज़ डेस्क
सबसे अधिक बाजार पूंजीकरण वाली देश की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की 43वीं ऐनुअल जनरल मीटिंग आज यानी बुधवार हो होने जा रही है। कंपनी के चेयरमैन इस मीटिंग में मेगा फ्यूचर प्लान का ऐलान कर सकते है। साथ ही रिलायंस जियो डील और कंपनी के वक्त से पहले कर्ज मुक्त होने की भी चर्चा की जा सकती है।
यही नहीं रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी फेसबुक जैसी टेक दिग्गजों के साथ भागीदारी का फायदा उठाने से जुड़े कई बड़े ऐलान भी कर सकते हैं। ऐसा अनुमान भी लगाया जा रहा है कि इस एजीएम में अंबानी शेयरधारकों के सामने अपनी प्रमुख कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ में तेल को रसायन में बदलने की बड़ी विस्तार योजना पर भी शेयरधारकों को जानकारी देंगे।
ईंधन, रिटेल से लेकर टेलीकॉम बिजनेस में अग्रणी रिलायंस समूह का बाजार पूंजीकरण हाल ही में 12 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का हो गया है। रिलायंस इस आंकड़े को तक पहुंचने वाली पहली लिस्टेड भारतीय कंपनी बनी है।
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वहीं कोरोना की वजह से पहली बार एक नए वर्चुअल प्लेटफॉर्म के जरिए एजीएम का आयोजन किया जाएगा। इस प्लेटफॉर्म से एक बार में एक लाख से अधिक शेयर होल्डर्स जुड़ पाएंगे। इसके लिए कंपनी ने एक विशेष चैटबॉट भी जारी कर दिया है।
ग्रोथ प्लान पर भी हो सकती हैं चर्चा
आज होने वाली इस बैठक में कंपनी के रिटेल बिजनेस के ग्रोथ प्लान पर भी फोकस किया जा सकता है। इसके साथ ही O-to-C बिजनेस का प्लान बताया जा सकता है। जानकारों का कहना है कि इस मीटिंग में कंपनी अरामको डील के बारे में जानकारी दे सकती है।
इसके अलावा डिजिटल कारोबार में रणनीतिक भागीदारियों के बारे में और जानकारी दी जा सकती है। वित्तीय कारोबार ग्रोथ प्लान की जानकारी मिलेगी और तेल से रसायन एकीकरण प्रक्रिया तथा नई टेक्नोलॉजी के बारे में भी बताया जाएगा।
समय से पहले कर्जमुक्त हुई कंपनी
बता दें कि रिलायंस की यह एजीएम ऐसे समय में हो रही है जब कंपनी 22 अप्रैल से लेकर अब तक अपने डिजिटल मंच जियो प्लेटफार्म में 25.24 फीसद हिस्सेदारी की बिक्री के जरिए 1.18 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटा चुकी है। इसके अलावा देश के सबसे बड़े राइट्स इश्यू के जरिए भी कंपनी ने 53,124 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
इन प्रयासों की मदद से कंपनी लक्ष्य से पहले ही कर्ज मुक्त होने की घोषणा कर चुकी है। मुकेश अंबानी ने पिछले साल के एजीएम में कंपनी को मार्च, 2021 तक कर्जमुक्त बनाने का लक्ष्य शेयरहोल्डर्स के समक्ष रखा था।