जुबिली न्यूज डेस्क
यूपी के गोरखपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसे सुनकर आपकी रुह काप जाएगी। दरअसल एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति और बच्चे की हत्या कर दी। इतने से भी मन नहीं भरा तो महिला ने प्रेमी के साथ संबंध बनाया।
हैवान महिला की हवस की कहानी
अपने बॉयफ्रेंड के साथ पति और बेटे की लाश को वही छोड़कर दूसरे कमरे में जाती है। हवस इस महिला पर इस कदर हावी होती है ये उसी रात अपने प्रेमी के साथ दूसरे कमरे में जाकर संबंध बनाती है। कई घंटो तक ये अपने बॉयफ्रेंड के साथ मौज मस्ती करती रहती है और फिर रचती है एक कहानी जिसे ये सबके सामने पेश करती है।
डॉक्टर से हुई अर्चना की शादी
लस्ट, सेक्स और क्राइम की ये खौफनाक कहानी है उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के एक हाइप्रोफाइल परिवार की। हैवानियत की सारी सीमाओं को पार करने वाली इस महिला का नाम है अर्चना जिसकी शादी साल 2009 में गोरखपुर के चाइल्ड सपेशलिस्ट ओम प्रकाश से हुई। ओम प्रकाश एक मीडिल क्लास फैमिली से थे। बचपन में ही पिता की मौत हो गई। भाइयों ने ही पढ़ाया लिखा और उन्हें डॉक्टर बनाया।
ओम प्रकाश की अर्चना से दूसरी शादी थी
साल 2008 में परिवारवालों ने ओम की शादी सिंगापुर में रहने वाले गोरखपुर के ही एक परिवार की बेटी से की, लेकिन दोनों की शादी ज्यादा दिन नहीं चल पाई। लड़की ने थोड़े समय बाद तलाक ले लिया और वापस सिंगापुर चली गई। कुछ साल बाद फिर ओमप्रकाश के लिए लड़की ढूंढी गई। इस बार ओम के घर में दुल्हन बनकर आई लखनऊ की रहने वाली अर्चना यादव। अर्चना के पिता तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव की सुरक्षा टीम का हिस्सा थे और लखनऊ में बड़े परिवारों में उनकी गिनती होती थी।
बच्चा होने के बाद दोनों के बीच झगड़े रहने लगे
शादी के बाद अर्चना कुछ समय तो अपने ससुरालवालों के साथ रही, लेकिन बाद में उसने ओम प्रकाश से अलग होने की जिद की। ना चाहते हुए भी पत्नी की जिद के सामने डाक्टर ओम प्रकाश ने परिवार से अलग रहना शुरू किया। दोनों उसी घर की ऊपरी मंजिल में अलग रहने लगे। ओम और अर्चना का एक बेटा हुआ। वैसे तो सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन अर्चना और ओम के बीच अक्सर झगड़े होने लगे। अर्चना अक्सर अपने फोन में बिजी रहती। वो न तो बच्चे पर ध्यान देती और न ही घर का काम करती। डाक्टर ओम ने कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं मानी।
फेसबुक के जरिए अर्चना ने की अजय से दोस्ती
दरअसल अर्चना की फेसबुक के जरिए फिरोजाबाद के अजय यादव से दोस्ती हो चुकी थी और वो उसी से घंटों फोन पर बात करती थी। अजय यादव फिरोजाबाद में एक प्राइवेट स्कूल में टीचर था। दोनों की दोस्ती प्यार में बदलने लगी। जैसे-जैसे वो अजय के करीब आ रही थी, उसकी अपने पति से दूरियां बढ़ती जा रही थी। दोनो अलग-अलग कमरों में सोते थे। ओम प्रकाश अपने बेटे के साथ जबकि अर्चना अलग कमरे में। अजय यादव से अर्चना का मिलना जुलना काफी बढ़ चुका था। वो मायके जाने के बहाने लखनऊ जाकर अपने प्रेमी से मिलती। उसके साथ सेक्स करती और फिर गोरखपुर लौट आती। ऐसे ही दिन बीतते गए।
20 जनवरी 2016 गोरखपुर
उस रात ओम प्रकाश के पड़ोसियों के घर एक फंक्शन था। वो अपने बेटे के साथ उस फंक्शन में गया, लेकिन अर्चना ने जाने से इनकार कर दिया। अर्चना के दिमाग में तो कुछ और ही चल रहा था। वो अब अपने पति को रास्ते से हटाना चाहती थी। उस रात उसने अपने बॉयफ्रेंड को घर बुलाया। दोनों ने डॉक्टर ओम प्रकाश के कत्ल का प्लान बनाया और फिर वो वही कमरे में छुप गया। रात में ओम अपने बेटे के साथ पार्टी से लौटे और आकर अपने बेड पर सो गए।
पहले पति को मरवाया फिर बेटे को मारा
आधी रात में अर्चना अपने बॉयफ्रेंड के साथ ओम के कमरे में आई। अजय के हाथ में हथोड़ा था उसने हथोड़े से ओमप्रकाश के सिर पर वार किया। करीब तीन चार वार के बाद ओम प्रकाश की मौत हो गई। इस दौरान अर्चना का चार साल का बेटा भी जाग गया। छोटा सा मासूम बच्चा सबकुछ देखकर घबरा गया। अर्चना ने अपने बॉयफ्रेंड से कहा कि बेटे को भी मार डालो, लेकिन अजय ने बच्चे को मारने से इनकार कर दिया। ‘कोई बात नहीं इसकी हत्या मैं कर देती हूं’.. ये कहकर अर्चना ने अपने सीने से लगे बेटे का बेरहमी से गला दबा दिया और उसको भी मौत दे दी
हत्या के बाद बॉयफ्रेंड के साथ किया सेक्स
पति और बेटे के कत्ल के बाद भी इस हैवान महिला ने अजय यादव के साथ उस रात शारीरिक संबंध बनाए। उसके बाद इन दोनों ने घर का सारा सामान बिखेर दिया। ये दिखाने के लिए कि घर में चोरी हुई है। उसके बाद प्लान के मुताबिक अजय, अर्चना को बाहर से दरवाजा बंद करके फरार हो गया। अगले दिन सुबह जब परिवार के दूसरे लोग आए तो घर का हाल देखकर दंग रह गए। पिता और बेटे दोनों की लाशें बेड पर पड़ी हुई थी। अर्चना कमरे में बंद थी।
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फेसबुक अकाउंट से मिले हत्या के सुराग
मामला हाइप्रोफाइल था। ओम प्रकाश के एक भाई भी उत्तर प्रदेश पुलिस में थे जबकि अर्चना के पिता तो अखिलेश यादव की सुरक्षा में ही तैनात थे। पुलिस तुरंत इस केस की जांच में जुट गई। अर्चना के फोन नंबर और फेसबुक अकाउंट से ही केस के सुराग मिले। पुलिस ने अजय यादव को गिरफ्तार किया और फिर उसने उगल दिया सारा सच। अर्चना को इस घिनौने काम के लिए उम्र कैद की सजा मिली।
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