न्यूज डेस्क
रामपुर से महागठबंधन के प्रत्याशी और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के बीजेपी प्रत्याशी जयाप्रदा पर की गई विवादित टिप्पणी पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। आजम खान के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी पर शाहबाद थाने में केस दर्ज हो गया है।
भड़की जया
वहीं, महिला आयोग भी आजम खान को नोटिस भेज दिया है। आजम खान की टिप्पणी से आहत जया प्रदा का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि ‘चुनाव में आजम खान को हराकर बताऊंगी कि वे क्या हैं।‘ जया ने मांग की है कि आजम खान को चुनाव नहीं लड़ने देना चाहिए। उनका चुनाव रद्द कर देना चाहिए। उनका स्तर गिर गया है।
जया प्रदा ने कहा कि
‘पता नहीं मैंने उसके लिए क्या किया कि वह इस तरह की टिप्पणी कर रहा है। उसके खिलाफ एफआईआर हुई है। जनता तक बात पहुंची है। लोग उसे छोड़ेंगे नहीं। उसका चुनाव रद्द किया जाए। यह यदि चुनाव जीतेगा तो लोकतंत्र का क्या होगा? समाज में महिलाओं के लिए कोई स्थान नहीं होगा। क्या मैं मर जाऊं तो आप लोगों को तसल्ली होगी। मैं तुम्हें हराकर बताऊंगी की जया प्रदा क्या है। क्या आपके घर में मां-बहू नहीं है?’
इसब बीच सोमवार सुबह आजम खान ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि बयान में किसी का नाम नहीं लिया गया, अगर वह दोषी साबित होंगे तो चुनाव नहीं लड़ेंगे।
आजम खान ने कहा कि मैं रामपुर से नौ बार विधायक रहा हूं, इतना मुझे पता है क्या कहना है, अगर कोई यह साबित कर दे कि मैंने किसी का नाम लिया और उसपर टिप्पणी की, तो मैं चुनाव से हाथ पीछे कर लूंगा।
शाहबाद थाने में केस दर्ज
इसके बाद जया प्रदा को लेकर की गई अमर्यादित टिप्पणी पर आजम खान के खिलाफ रामपुर के शाहबाद थाने में केस दर्ज किया गया। क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट ने उनके खिलाफ थाने में तहरीर दी और मुकदमा दर्ज कराया। IPC की धारा 509 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 में केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस बीच आजम खान का एक और विवादित बयान वाला वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में आजम जिलाधिकारी से बसपा सुप्रिमो मायावती के जूते साफ करवाने की बात कह रहे हैं। गौरतबल है कि जिलाधिकारी ने आजम के जया प्रदा पर दिए विवादित बयान के बाद चुनाव आयोग से शिकायत की थी।
वहीं, आजम के विवादित बोल के बीच गठबंधन की साथी बसपा सुप्रीमो मायावती ने उनके बयान पर तो कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन केन्द्रीय मंत्री और सुल्तानपुर से बीजेपी प्रत्याशी मेनका गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि
‘केन्द्रीय मंत्री श्रीमती मेनका गांधी द्वारा वोटरों को धमकाने के बाद अब यूपी के सीएम द्वारा भी सभा के दौरान काले झंडे/ बैनर दिखाए जाने पर ’जिन्दगी भर बेरोजगार रह जाने’ की खुली धमकी बीजेपी का अहंकार ही नहीं बल्कि इनका घोर जनविरोधी रवैया है जिसे चुनाव में परास्त करने की जरूरत है।‘
इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग ने आजम खान की टिप्पणी पर संज्ञान लिया है। महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि वह हमेशा महिलाओं के बारे में गंदी बात करते हैं, इस चुनाव में यह दूसरी टिप्पणी है, जो उन्होंने की, राष्ट्रीय महिला आयोग उन्हें नोटिस भेज रहा है।
रेखा शर्मा ने कहा कि हम चुनाव आयोग को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए भी लिख रहे हैं, क्योंकि उन्हें सबक सीखना होगा। मुझे लगता है, महिला मतदाताओं को इस तरह के लोगों के खिलाफ मतदान करना चाहिए जो इस तरह से महिलाओं के खिलाफ बयान देते हैं।
वहीं, बीजेपी की वरिष्ठ नेता और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने ट्विटर एकाउंट से ट्वीट कर समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह के मौन पर टिप्पणी की है। उन्हें पार्टी का भीष्म पितामह संबोधित करते हुए लिखा है कि
‘मुलायम भाई, आप समाजवादी पार्टी के पितामह हैं। आपके सामने रामपुर में द्रौपदी का चीर हरण हो रहा हैं। आप भीष्म की तरह मौन साधने की गलती मत करिए।‘
इसके अलावा समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने भी आजम के बयान का विरोध किया है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने आजम खान की आपत्तिजनक टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि इस पर चुनाव आयोग और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को आजम के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, सपा प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा कि आजम खान के बयान का समाजवादी पार्टी समर्थन नहीं करती है।