जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. सिन्धु बार्डर पर आन्दोलन कर रहे किसानों को लेकर जहां सियासत में माहौल गर्म है वहीं बार्डर पर मेले जैसी स्थिति बनती जा रही है. जहां किसान जमा हैं वहां रेहड़ी वाले अपनी दुकानें लेकर पहुँच गए हैं. गर्म कपड़ों और जैकेटों को ठेलों पर बेचा जा रहा है.
किसानों की मदद के मकसद से जैकेट और गर्म कपड़े बेचने वालों ने दाम भी इतने कम रखे हैं कि उन्हें किसान खरीद सकें और सर्दी का उन पर असर न हो. साथ ही दुकानदारों की रोजी-रोटी का इंतजाम भी हो जाये.
सिन्धु बार्डर पर ठेले पर बिक रही जैकेट की कीमत सिर्फ चार सौ रुपये रखी गई है. जैकेट बेचने वाले मोहम्मद अशरफ दिल्ली के जहांगीरपुरी के मंगल बाज़ार में गर्मियों में सामान्य कपड़े और जाड़ों में गर्म कपड़े बेचने का काम पिछले कई साल से करते आ रहे हैं. इस साल उन्होंने तय किया कि अपना ठेला लेकर किसानों के बीच चले जाएँ ताकि बढ़ते जाड़े में उन्हें भी जैकेट मिल जाए. अशरफ ने कहा कि वह किसान परिवार से हैं इसी वजह से किसानों के बीच उनकी मदद के मकसद से आये हैं.
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बार्डर पर आन्दोलन कर रहे किसानों को रेहड़ी लेकर पहुंचे दुकानदारों से बड़ी राहत मिली है. वह यहाँ से अपनी मर्जी की चीज़ें खरीद रहे हैं. जिन किसानों के पास गर्म कपड़े नहीं थे वह अशरफ के ठेले पर भीड़ लगाए हैं और अपने लिए अपनी मर्जी की जैकेट छांट रहे हैं. किसानों का कहना है कि उन्हें कम पैसों में अच्छी जैकेट मिल रही है. यह जैकेट सर्दी के दिनों में उनके लिए मददगार बनेगी.