जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। लोकवाणी केन्द्र के संचालक से मिलीभगत करके फर्जी आधार कार्ड व निवास प्रमाण पत्र बनवाकर सेना में भर्ती का गोंडा पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। सेना मुख्यालय से आए पत्र पर अभिलेखों के सत्यापन के दौरान इसका खुलासा हुआ है।
पुलिस ने लोकवाणी संचालक समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि फर्जी अभिलेखों के आधार पर भर्ती हुए दो लोगों की पुलिस तलाश कर रही है।
थानाध्यक्ष खरगूपुर संतोष तिवारी ने बताया कि 29 मार्च को उन्हें सेना मुख्यालय लखनऊ से एक पत्र मिला। पत्र में सेना में नौकरी पा चुके अफजाल पुत्र इकबाल व दीपक पुत्र बच्चू सिंह निवासी पिपरा भोदर थाना खरगूपुर के निवास सत्यापन की रिपोर्ट मांगी गई थी।
थानाध्यक्ष निवास सत्यापन के लिए उपनिरीक्षक डीपी गौतम को पिपरा भोदर भेजा तो ग्राम प्रधान इंद्रदेव पांडेय ने बताया कि इस नाम का कोई व्यक्ति उनके गांव का निवासी ही नहीं है। संदेह होने पर पुलिस ने ग्राम प्रधान के साथ मिलकर जाल बिछाया।
थानाध्यक्ष के मुताबिक एक अप्रैल को ग्राम प्रधान के पास दो लोग आये, जिन्होंने अपना नाम रिजवान निवासी ग्राम भदौरा कमालपुर थाना ककौड़ जनपद बुलंदशहर व इक़रार निवासी रामपुर शाहपुर थाना चंडौस जनपद अलीगढ़ बताया।
दोनों ने ग्राम प्रधान को अफजाल व दीपक के निवास का सत्यापन कराने के लिए रुपये देने का लालच दिया। वे दोनों ग्राम प्रधान से सत्यापन के लिए बातचीत कर रहे थे। इसी बीच मुकेश तिवारी थाना परसपुर व आशुतोष पांडे निवासी पूरे पांडे अंदुपुर थाना परसपुर भी वहां आ पहुंचे और सत्यापन के लिए दबाव बनाने लगे।
थानाध्यक्ष ने बताया कि इसी बीच ग्राम प्रधान की सूचना पर वह वरिष्ठ उपनिरीक्षक कन्हैया दीक्षित, उपनिरीक्षक धर्मराज, विजय यादव, आरक्षी शशि यादव, रविन्द्र मौर्य तथा शाकिर अली के साथ मौके पर पहुंचे और रिजवान, इकरार, आशुतोष व मुकेश को गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े गए चारों के पास से एक लैपटॉप, तीन मोबाइल फोन व ग्राम प्रधान पिपरा भोधर के नाम का लेटर पैड व मुहर बरामद हुई है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मुकेश तिवारी व आशुतोष पांडे के लोकवाणी केंद्र से छह माह पूर्व अफजल व दीपक का निवास प्रमाण पत्र बनवाया था और वहीं आधार कार्ड भी बना था। उन्हीं प्रमाण पत्रों के सहारे दोनों ने सेना में नौकरी हासिल कर ली।