30 हज़ार के करीब पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या
प्रमुख संवाददाता
नई दिल्ली. गृह मंत्रालय की प्रवक्ता पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि लॉक डाउन का पालन कड़ाई से कराने के लिए गृह मंत्रालय ड्रोन की तकनीक का प्रयोग कर रहा है. उन्होंने बताया कि प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि लॉक डाउन का कड़ाई से पालन कराया जाए.
उन्होंने बताया कि श्रमिकों की दिक्कतों का विशेष ध्यान रखा जाए. आपदा के समय में उनके सामने आर्थिक समस्या न रहे इस बात का सम्बंधित विभागों को विशेष ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी श्रमिकों को पिछले महीने का वेतन दे दिया गया है.
गृह मंत्रालय की प्रवक्ता ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने का इंतजाम किया गया है. सूरत में राशन वितरण के समय भी इस नियम का पालन किया जा रहा है. केन्द्र की टीम पुरजोर तरीके से इस दिशा में काम कर रही है. उन्होंने बताया कि अहमदाबाद में डोर टू डोर सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है. इसी तरह से ग्राम पंचायतों में राम रेखा समिति का गठन किया गया है. यह समिति सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए सारे काम कर रही है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 29 हज़ार 435 हो गई है. लेकिन साथ ही रिकवरी रेट और बेहतर होकर 23.3 हो गई है. देश में अब तक 6869 मरीज़ पूरी तरह से ठीक हो गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि इस समय देश में कोरोना के 21 हज़ार 632 एक्टिव केस हैं. उन्होंने बताया कि देश के 17 जिलों में पिछले 28 दिन से कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है. कोरोना संक्रमण के कारण देश में अब तक 934 मरीजों की मौत हो गई है.
कोरोना के रोगियों के लिए उन्होंने आरोग्य सेतु एप को डाउन लोड करना ज़रूरी बताया ताकि उन पर लगातार नज़र रखी जाए. श्री अग्रवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमित को घर में ही आइसोलेट किया जा सकता है. वह अलग कमरे में रहे. उसके इस्तेमाल किये जाने वाले किसी भी सामान को कोई भी शेयर न करे. घर का एक ही सदस्य उसकी देखभाल करे.
उन्होंने बताया कि प्लाज्मा थैरेपी पर लगातार रिसर्च और ट्रायल का काम किया जा रहा है. कोरोना के लिए अभी कोई अप्रूव थैरेपी नहीं है. श्री अग्रवाल ने कहा कि भारत में दूसरे देशों की तुलना में बेहतर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिन देशों की जनसँख्या हमारे देश की जनसँख्या के बराबर है और वहां पर कोरोना वायरस एक्टिव है वहां पर होने वाली मौतें यहाँ की तुलना में 200 गुना ज्यादा हैं.