जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। महाराष्ट्र का सियासी ड्रामा अब आखिरी दौर में जाता दिख रहा है। जहां एक ओर शिवसेना अपनी पार्टी को बचाने की कोशिशों में जुटी है तो दूसरी ओर सरकार बचाने की चुनौती अब उसके लिए कम नहीं है।
दूसरी ओर बगावती गुट लगातार सरकार को गिराने की फिराक में है। दोनों तरफ से संख्या बल को लेकर अलग-अलग दावा किया जा रहा है लेकिन ये सच है कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार जो रही हैै वो किसी वक्त गिर सकती है। वहीं दोनों तरफ से आरोपों का दौर शुरू हो गया है।
इस बीच बागियों के खिलाफ शिवसेना ने अब कड़े तेवर दिखाने शुरू कर दिए है। शिवसेना की मीटिंग के बाद पार्टी नेता संजय राउत ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि हम बागियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने जा रहे हैं। राउत ने कड़े तेवर दिखाते हुए यहां तक कहा कि बागियों का हिसाब किया जाएगा। शाम तक उनका हाल लोगों को पता चल जाएगा। शिवसेना के बागी विधायकों को डिप्टी स्पीकर की तरफ से नोटिस जारी कर दिया गया है…
साथ ही उन्होंने कहा कि जिन्होंने अपनी स्वार्थभरी राजनीति के लिए बालासाहेब के नाम का इस्तेमाल किया, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। जिन्होंने हमें छोड़ दिया है, वह हमारे पैतृक नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकते।
वहीं अब जानकारी मिल रही है उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी को बचाना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने अपनी पूरी कोशिशे शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि वो पहले अब सरकार से ज्यादा पार्टी को बचाने में जुटे हैं।
दूसरी ओर बागियों को भी सबक सिखाने के लिए उनपर एक्शन लेने वाले हैं। 16 बागी विधायकों के खिलाफ डिप्टी स्पीकर से शिकायत की है। शिवसेना ने 16 बागी विधायकों की सदस्यता को रद्द करने की मांग तक डाली है।
डिप्टी स्पीकर के नोटिस के बाद बागी विधायक दीपक केसरकर ने शिंदे गुट की तरफ से कहा है कि हम शिवसेना से बाहर नहीं निकले हैं, हम शिवसेना में ही है. उन्होंने कहा कि हमें किसी की तरफ से ये नहीं कहा गया कि ये करो। हमने ये अपने मन से किया है।