जुबिली न्यूज़ डेस्क
मोदी सरकार 2.0 के दूसरे बजट पर विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बजट के नाम पर सिर्फ भाषण था। कोई सेंट्रल थीम नहीं है। अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए में बजट में कुछ नहीं था।
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राहुल गांधी ने कहा कि मुख्य मुद्दा बेरोजगारी है। मैंने इस बजट में ऐसा कोई रणनीतिक विचार नहीं देखा, जिससे युवाओं को रोजगार मिले। राहुल गांधी ने कहा कि इतने लंबे बजट में सिर्फ आंकड़ों का जुमला था। बार-बार चीजें दोहराई जा रही थीं। उन्होंने कहा कि सरकार को पता है कि क्या हो रहा है? अर्थव्यवस्ता कहां जा रही है?
दिल्ली वालों के साथ सौतेला व्यवहार हुआ : केजरीवाल
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बजट को लेकर बीजेपी पर हमला बोला। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को बजट से बहुत उम्मीदें थी, लेकिन एक बार फिर दिल्ली वालों के साथ सौतेला व्यवहार हुआ। ऐसे में दिल्ली वाले बीजेपी को क्यों वोट दें।
दिवालिया सरकार का दिवालिया बजट : अखिलेश यादव
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बजट ने देश के किसानों और नौजवानों को निराश किया है। उत्तर प्रदेश जहां सरकार खुद स्वीकार करती है कि नई पीढ़ी सबसे ज्यादा है। लेकिन नई पीढ़ी के सपनों को पूरा करने के लिए क्या है इनके पास। कहां है नौकरी, रोजगार और इन्वेस्टमेंट।
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उन्होंने कहा कि, ये दिवालिया सरकार का दिवालिया बजट है। बीजेपी अर्थव्यवस्था को लेकर नाकाम है। यूपी में बीजेपी की सरकार है, लेकिन इन्वेस्टमेंट लाने के नाम पर कुछ नहीं था। रोजगार कैसे पैदा होगा, मोदी सरकार बेरोजगारी के मसले को कैस दूर करेगी। ये बजट आंकड़ों का मकड़जाल था ताकि अन्य मद्दों से ध्यान भटकाया जा सके।