न्यूज़ डेस्क
मौद्रिक समीक्षा की बैठक के बाद आरबीआई लगातार कई नियमों में छूट दे रहा है। आरबीआई ने बेसिक बचत और जमा खातों (बीएसबीडी) से जुड़े नियमों में बदलाव किये है। इस फैसले से अब ऐसे खाताधारकों को चेक बुक और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी। इसके साथ ही बैंक अब इन सुविधाओं के लिए खाताधारकों को कोई भी न्यूनतम राशी रखने के लिए नहीं कह सकते है।
इसके अलावा आरबीआई के नए नियम के अनुसार अब इस तरह के खाताधारक महीने में कम से कम चार बार पैसे निकालने की सुविधा भी पा सकेंगे। आरबीआई ने इन नियमों में छूट का फायदा जल्द से जल्द ग्राहकों तक पहुँचाने के निर्देश बैंकों को दिए है।
क्या है बीएसबीडी
प्राथमिक बचत बैंक जमा खाता (बीएसबीडी) वे खाते होते है, जिन्हें जीरो बैलेंस पर खोला जाता सकता है। इसमें कोई न्यूनतम राशि रखने की जरूरत नहीं है। इससे पहले नियमित बचत खाते जैसे खातों को ही अतिरिक्त सुविधा मिलती थी। लेकिन इन खातों में न्यूनतम राशि रखने की जरूरत होती है और अन्य शुल्क भी देने होते हैं।
मिनिमम बैलेंस रखना जरुरी नहीं
इन नए नियमों को जारी करते हुए आरबीआई ने बैंकों से बचत खाते के रूप में बीएसबीडी खाते की सुविधा देने को कहा। रिजर्व बैंक ने कहा, ‘बैंक न्यूनतम सुविधाओं के अलावा चेक बुक जारी करने समेत अतिरिक्त मूल्य वर्द्धित सेवाएं देने के लिए स्वतंत्र हैं।’ बता दें की अभी इन खाताधारको के चेक बुक जैसे अतिरिक्त सुविधाएं लेने से ये खाते सामान्य खाते में बदल जाते है।इसके साथ ही कई तरह के चार्ज भी देने पड़ते है। इन अतिरिक्त सेवाओं की पेशकश को लेकर बैंकों को ग्राहकों से न्यूनतम राशि रखने को नहीं कहना होगा।
राशि जमा करने की नहीं होगी सीमा
इसके अलावा इन खाताधारकों को एटीएम से एक महीने में चार बार बिना किसी चार्ज के धन निकालने की सुविधा मिलेगी। हालांकि, इन खातों में एक महीने में जमा राशि की संख्या और मूल्य पर कोई सीमा नहीं रखी गयी है।