जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती का ऐलान कर दिया है। अब रेपो रेट घटकर 6.0% हो गया है। आरबीआई के इस कदम का सीधा फायदा लोन लेने वालों को मिलेगा, क्योंकि होम लोन और कार लोन की EMI कम होने की संभावना है।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने जानकारी दी कि मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने सर्वसम्मति से इस फैसले को मंजूरी दी है। बता दें, रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI कॉमर्शियल बैंकों को कर्ज देता है। जब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया रेपो रेट कम करता है, तो बैंक भी अपने ग्राहकों को सस्ते दर पर लोन देने लगते हैं।
क्यों लिया RBI ने यह फैसला?
वैश्विक बाजार में अस्थिरता और डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की ओर से भारत के एक्सपोर्ट पर लगाए गए टैरिफ के बाद RBI ने यह कदम उठाया है। आरबीआई ने साफ किया कि वो वैश्विक अनिश्चितताओं पर नजर बनाए हुए है और देश की आर्थिक ग्रोथ को सपोर्ट करना उसकी प्राथमिकता है।
यह फैसला MPC की 7 से 9 अप्रैल तक चली बैठक के बाद लिया गया। इससे पहले, फरवरी में भी RBI ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती की थी, जब यह 6.50% से घटाकर 6.25% कर दिया गया था।
EMI में राहत, डिपॉजिट रेट में नहीं-RBI
RBI के इस फैसले के बाद लोन लेने वालों को तो राहत मिलेगी, लेकिन बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ब्याज दरों में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं होने की उम्मीद है। मतलब, जमाकर्ताओं को ज्यादा फायदा नहीं मिलेगा, लेकिन होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की EMI जरूर सस्ती हो सकती है।
महंगाई नियंत्रण और आर्थिक ग्रोथ पर फोकस
RBI का इन्फ्लेशन (महंगाई) टारगेट 2% से 6% के बीच रहता है, और मौजूदा समय में महंगाई इसी दायरे में बनी हुई है। इसका मतलब है कि अब RBI का फोकस इकोनॉमिक ग्रोथ को बढ़ावा देने पर रहेगा। इससे छोटे कारोबार, स्टार्टअप्स और आम जनता को बड़ा फायदा मिल सकता है।
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एक्सपर्ट्स का पहले से था अनुमान
विशेषज्ञ पहले से ही अनुमान लगा रहे थे कि RBI रेपो रेट में कटौती कर सकता है। लगातार दूसरी बार रेपो रेट कम करके RBI ने बाजार में ग्रोथ को बढ़ावा देने का संकेत दिया है।