जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार का बयान भी काफी चर्चा में है। दरअसल सुप्रिया सुले ने अजित पवार के पक्ष में बयान दिया था अब इसी तरह का बयान शरद पवार ने भी कल दिया।
उन्होंने अजित पवार को एनसीपी का नेता भी माना। उन्होंने कहा था कि इसमें कोई मतभेद नहीं है कि वह (अजित पवार) हमारे नेता हैं, एनसीपी में कोई टूट नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआई की माने तो शरद पवार ने आगे कहा कि किसी पार्टी में फूट कैसे पड़ती है? ऐसा तब होता है जब राष्ट्रीय स्तर पर कोई बड़ा समूह पार्टी से अलग हो जाता है। लेकिन आज एनसीपी में ऐसी कोई स्थिति नहीं है।
हां, कुछ नेताओं ने अलग रुख अपनाया लेकिन इसे फूट नहीं कहा जा सकता। वे लोकतंत्र में ऐसा कर सकते हैं। इससे पहले सुप्रिया सुले पुणे में कार्यक्रम के दौरान ये बात कही थी। उन्होंने कहा कि एनसीपी में टूट नहीं हुई । बस हमारी पार्टी के कुछ नेताओं ने अलग स्टैंड लिया है। हमने इस बारे में विधानसभा स्पीकर से भी शिकायत की है। अजित पवार हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, जिन्होंने अलग स्टैंड लिया है।
अब इस पर संजय राउत की प्रतिक्रिया आई और उन्होंने दावा किया है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार अपनी पार्टी छोडऩे वालों से लडऩे के लिए गुरिल्ला युद्ध रणनीति का इस्तेमाल कर रहे है। मुंबई में शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में संजय राउत ने यह बात कही।
संजय राउत ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी भारतीय जनता पाटी के साथ युद्ध के मैदान में युद्ध लड़ रही है। संजय राउत यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि एनसीपी चीफ शरद पवार और उनके सहयोगियों ने पार्टी छोडऩे वालों से लडऩे के लिए गुरिल्ला युद्ध रणनीति चुनी है।
बता दें कि अजित पवार ने 2 जुलाई को अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ जाकर महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे और फिर उप मुख्यमंत्री बनकर शरद पवार तक को चौंका दिया था। उनके साथ 8 और विधायकों मंत्री तक बन गए। अजित पवार के अनुसार उनके पास 40 विधायकों का समर्थन हासिल है। उनके इस दावे के बाद मामला चुनाव आयोग के जा पहुंचा है।